रायपुर, 29 नवंबर . महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महा विकास अघाड़ी की हार हुई. चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद से लगातार ईवीएम पर सवाल उठाया जा रहा है. इसी बीच, छत्तीसगढ़ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कवासी लखमा ने कहा है कि अगर बैलेट पेपर से चुनाव नहीं शुरू होते हैं तो वह चुनाव नहीं लड़ेंगे.
कांग्रेस नेता के इस बयान पर छत्तीसगढ़ सरकार में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा है कि यह तो होना ही था. आप सभी जानते हैं कि कांग्रेस जब चुनाव हारती है तो उनके पास ईवीएम ही एकमात्र बहाना रहता है. जब वे चुनाव जीतते हैं तो ईवीएम ठीक हो जाती है. बैलेट पेपर होता तो शायद क्या-क्या आरोप लगाते.
छत्तीसगढ़ भाजपा के अध्यक्ष किरण सिंह देव ने कहा है कि महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ में हार से कांग्रेस में हताशा और निराशा है. इसके अलावा कुछ भी नहीं है. बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं. कांग्रेस तब कुछ नहीं बोलती है जब कनार्टक, झारखंड में उनकी सरकार बन जाती है. वहां ईवीएम ठीक हो जाती है. मैं पूछना चाहता हूं कि यहां पर जो सरकार कांग्रेस की बनी क्या वह बैलट पेपर से बनी थी. कांग्रेस की कर्नाटक की सरकार तेलंगाना की सरकार और पूर्व में राजस्थान की सरकार क्या बैलेट पेपर से बनी थी.
रायपुर से सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा है कि कांग्रेस में अब कोई नेतृत्व नहीं बचा है. कोई भी कुछ भी कह सकता है, लेकिन उन्हें जवाबदेह ठहराने वाला कोई नहीं है. कांग्रेस के पास अब कोई मजबूत नेतृत्व नहीं बचा है.
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डीकेएम/एकेजे