पाकिस्तान में ‘अज्ञात लोग’ कर रहे आतंकवादियों का सफाया, क्या है पूरा मामला?

पेशावर/नई दिल्ली, 9 अप्रैल . पाकिस्तान में कारी एजाज आबिद नाम के एक शख्स की 30 मार्च को खैबर पख्तूनख्वा की प्रांतीय राजधानी पेशावर में ‘अज्ञात लोगों’ ने गोली मारकर हत्या कर दी. मृतक वैश्विक आतंकवादी और प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के संस्थापक मौलाना मसूद अजहर का करीबी सहयोगी और रिश्तेदार था.

रिपोर्ट के अनुसार, आबिद की पेशावर के पिश्तखारा इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई, जबकि उसके सहयोगी कारी शाहिद को अज्ञात बंदूकधारियों ने गंभीर रूप से घायल कर दिया गया.

पाकिस्तानी मीडिया ने बताया कि कारी एजाज आबिद अहले-ए-सुन्नत वल जमात (एएसडब्ल्यूजे) का हिस्सा था और इंटरनेशनल खतम-ए-नबुवत का प्रांतीय प्रमुख था.

स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने हत्या की पुष्टि करते हुए कहा कि देश भर में लक्षित हत्याओं की बाढ़ आ गई है, जिसमें विशेष रूप से देवबंदी विचारधारा से जुड़े ‘धार्मिक लोगों’ को निशाना बनाया जा रहा है.

हालांकि, खुफिया सूत्रों का कहना है कि मारे गए सभी लोग लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), हिजबुल मुजाहिदीन और जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) जैसे प्रमुख आतंकवादी संगठनों से जुड़े थे.

ऐसा माना जाता है कि कारी एजाज आबिद अहल-ए-सुन्नत वल जमात के जरिए जेईएम के शीर्ष भर्तीकर्ताओं में से एक थे.

पिछले कुछ महीनों में पाकिस्तान में मोटरसाइकिल सवार ‘अज्ञात हथियारबंद लोगों’ ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के शीर्ष आतंकवादियों को मार गिराया है.

पाकिस्तान अपनी धरती पर आतंकवादियों के सुरक्षित पनाहगाह होने की बात से इनकार करता रहा है, लेकिन इन लोगों की हत्या, ने इस्लामाबाद के झूठ को उजागर कर दिया. मरने वालों में से कई भारत में आतंकवादी हमलों में शामिल थे.

मौलाना मसूद अजहर ने 2000 में जैश-ए-मोहम्मद का गठन किया था. इसके बाद से इसने जम्मू-कश्मीर सहित भारत में कई आतंकवादी हमले किए हैं.

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव (यूएनएससी) की ओर से जैश-ए-मोहम्मद को ‘नामित विदेशी आतंकवादी संगठन’ के रूप में सूचीबद्ध किया गया था. अजहर को 2019 में ‘वैश्विक आतंकवादी’ के रूप में नामित किया गया.

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