क्या है 50 मीटर राइफल ‘3पी’ में ‘थ्री पोजीशन’, जिसमें भारत को मिल सकता है एक और मेडल

नई दिल्ली, 31 जुलाई . भारतीय निशानेबाज स्वप्निल कुसाले ने पुरुषों के 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन क्वालिफिकेशन इवेंट में 590 का कुल स्कोर करते हुए फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया. वह सातवें स्थान पर रहे. वहीं, उनके साथी खिलाड़ी ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर 589 के कुल स्कोर के साथ 11वें स्थान पर रहे. इस राउंड में शीर्ष आठ निशानेबाज फाइनल के लिए क्वालीफाई हो गए.

शूटिंग प्रतियोगिताएं भारत के लिए पेरिस ओलंपिक में अभी तक खास रही हैं, क्योंकि भारत ने इस बार ओलंपिक में अपने दोनों मेडल शूटिंग में ही जीते हैं. मनु भाकर ने पहले 10 मीटर एयर पिस्टल में कांस्य पदक जीता और फिर 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में सरबजोत सिंह के साथ कांस्य पदक जीता. इस प्रदर्शन ने भारत के लिए शूटिंग में उम्मीदें बढ़ा दी हैं.

स्वप्निल कुसाले 1 अगस्त को 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन फाइनल मैच में भाग लेंगे, और देश को एक और पदक की उम्मीद रहेगी. 1 अगस्त को 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में महिला क्वालिफिकेशन भी शुरू होगा. 10 मीटर एयर पिस्टल की तुलना में 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन काफी अलग इवेंट है. इसमें दूरी भी अधिक होती है और पिस्टल की जगह राइफल इस्तेमाल होता है.

राइफल को पकड़ने के लिए भी अलग-अलग पोजीशन इस्तेमाल की जाती हैं. 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में राइफल पकड़ने के लिए कुल मिलाकर तीन तरह की पोजीशन इस्तेमाल की जाती है. इसलिए इस इवेंट को 50 मीटर राइफल ‘थ्री पोजीशन’ कहा जाता है.

50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन इवेंट में शूटर टारगेट पर तीन अलग-अलग पोजीशन से गोली चलाते हैं: निलिंग पोजीशन (घुटने के बल), प्रोन पोजीशन (पेट के बल) और स्टैंडिंग (खड़े होकर) पोजीशन.

इस क्रम में पहले घुटने के बल, फिर पेट के बल और अंत में खड़े होकर टारगेट पर निशाना साधा जाता है. शूटर को इन तीनों अलग-अलग पोजीशन में स्कोर करने होते है. प्रोन पोजीशन में राइफल को सर्वाधिक स्थिरता दी जा सकती है, और स्टैंडिंग पोजीशन में राइफल को स्थिरता देना चुनौतीपूर्ण होता है. गुरुवार को भारत को इस इवेंट से काफी उम्मीद है.

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