नई दिल्ली, 20 जुलाई . वेस्टइंडीज ने अपने मिडिल ऑर्डर और मजबूत बल्लेबाजी के दम पर इंग्लैंड को पहली पारी में 41 रनों से पीछे कर दिया है. वेस्टइंडीज की लीड का क्रेडिट जोशुआ दा सिल्वा और शमर जोसेफ के बीच अंतिम विकेट के लिए 71 रनों की साझेदारी को जाता है. इस अप्रत्याशित साझेदारी के दम पर शानदार रिकॉर्ड भी बने हैं.
जोशुआ दा सिल्वा और शमर जोसेफ के बीच यह पार्टनरशिप, इंग्लैंड के खिलाफ वेस्टइंडीज की ओर से टेस्ट क्रिकेट में 10वें विकेट के लिए हुई दूसरी सर्वोच्च साझेदारी है. इसके अलावा यह टेस्ट क्रिकेट में वेस्टइंडीज की ओर से 10वें विकेट के लिए 5वीं सबसे बड़ी साझेदारी है.
यह 10 साल बाद पहला मौका है जब वेस्टइंडीज ने टेस्ट क्रिकेट में 450 प्लस का स्कोर पार किया. वेस्टइंडीज ने 2014 में बांग्लादेश के खिलाफ केंसिंग्टन ओवल में यह स्कोर पार किया था.
मैच की बात करें तो, इंग्लैंड के 416 रनों के जवाब पर वेस्टइंडीज की टीम 84 रन पर तीन विकेट खोकर मुश्किल में थी, लेकिन एलिक अथानाजे और केवेम हॉज की 175 रनों की साझेदारी ने टीम को संकट से बाहर निकाला. हॉज का शतक इस पारी की बड़ी उपलब्धि रही, जिन्होंने 171 गेंदों पर 120 रन बनाए.
इसके बाद, शनिवार सुबह जेसन होल्डर जल्दी आउट हो गए और इसके तुरंत बाद केविन सिंक्लेयर भी पवेलियन लौट गए. इस दौरान आसमान में बादल छाए हुए थे और इंग्लिश तेज गेंदबाजों को अच्छी स्विंग मिल रही थी. अल्जारी जोसेफ कुछ देर टिके रहे लेकिन क्रिस वोक्स ने उन्हें आउट किया और अगली ही गेंद पर जेडन सील्स को भी शिकार बनाया.
हालांकि, जोशुआ दा सिल्वा ने संघर्ष जारी रखा और कुछ शानदार शॉट्स खेले. उन्होंने अपना अर्धशतक पूरा किया. उनके साथ नंबर 11 के बल्लेबाज शमर जोसेफ ने भी एक आक्रामक पारी खेली. दोनों बल्लेबाजों ने रक्षात्मक और आक्रामक खेल का अच्छा संयोजन दिखाते हुए मेजबान गेंदबाजों को निराश किया. अंततः जोसेफ आउट हो गए और दोनों के बीच 78 गेंदों में 71 रनों की साझेदारी टूट गई.
जोशुआ दा सिल्वा ने 122 गेंदों पर 82 रनों की पारी खेली और वह अंत तक नाबाद रहे. शमर जोसेफ ने 27 गेंदों पर तेज 33 रन बनाए. वोक्स चार विकेट लेकर सबसे सफल गेंदबाज रहे, जबकि वुड ने भी शानदार गेंदबाजी की.
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