काकद्वीप, 29 सितंबर . पश्चिम बंगाल स्थित काकद्वीप के सबसे लोकप्रिय दुर्गा पूजा आयोजनों में से एक बर्नाली संघ ने अपनी 62वीं वर्षगांठ में कदम रखा है. हर साल की तरह, इस साल की पूजा भी कुछ नयापन लेकर आई है. इस बार थीम है ‘कहावतें’.
इस विशेष थीम के तहत एक अद्भुत पंडाल बनाया गया है, जिसमें ग्रामीण और शहरी जीवन की कई प्रसिद्ध लोकोक्तियों को सजीव रूप में प्रस्तुत किया गया है, जो आगंतुकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा है.
पंडाल को और भी जीवंत बनाने के लिए खाना पकाने की वस्तुओं से खास कला का निर्माण किया गया है. पान के पत्ते, मिर्च, दालें, फुचका, शाल के पत्ते, सोयाबीन, विभिन्न प्रकार की दालें और मसालों का प्रयोग करके एक अनूठा दृश्य तैयार किया गया है. पंडाल की प्रत्येक कला स्थापना को देखकर ऐसा लगता है जैसे हर वस्तु किसी न किसी लोकोक्ति की कहानी बयां कर रही हो. यह अनोखा प्रयोग पंडाल को देखने वालों को गहराई से सोचने पर मजबूर कर रहा है और उन्हें पारंपरिक कहावतों की स्मृति दिला रहा है.
इस बार की पूजा का उद्घाटन राज्य की Chief Minister ममता बनर्जी ने वर्चुअल माध्यम से किया. क्लब के अधिकारियों ने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी काकद्वीप और दक्षिण 24 परगना के लोग इस पूजा में शामिल होंगे. इस साल की नवाचारी थीम के कारण जनता में उत्साह पहले से कहीं अधिक बढ़ गया है.
बर्नाली संघ ने सामाजिक कार्यों में भी कदम बढ़ाए हैं. रक्तदान शिविरों का आयोजन, शैक्षिक सामग्री का वितरण और आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों के साथ खड़े रहने जैसे कार्यक्रम भी उनकी वार्षिक गतिविधियों का हिस्सा हैं. स्थानीय निवासियों का कहना है कि हर साल बर्नाली संघ की पूजा कुछ नया लेकर आती है, और इस बार लोकोक्तियों की छुअन एक अनूठा अनुभव प्रदान करेगी.
सामाजिक समर्पण और सांस्कृतिक नवाचार के इस संगम ने बर्नाली संघ को न केवल काकद्वीप बल्कि पूरे दक्षिण 24 परगना क्षेत्र में एक विशेष स्थान दिलाया है. इस बार के थीम और पंडाल की सजावट के चलते, पूजा स्थल पर आने वाले लोगों की संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. लोग न केवल पूजा अर्चना में भाग लेने आते हैं, बल्कि इस अनोखे और ज्ञानवर्धक पंडाल को देखकर भी आनंदित होते हैं.
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पीआईएस/डीकेपी