पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला : टीएमसी विधायक जीवन कृष्ण साहा को विशेष अदालत ने 6 दिनों की ईडी हिरासत में भेजा

कोलकाता, 25 अगस्त . पश्चिम बंगाल में स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में कथित अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में Enforcement Directorate (ईडी) ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के विधायक जीवन कृष्ण साहा को गिरफ्तार किया है.

Monday को कोलकाता की विशेष अदालत ने उन्हें छह दिन की ईडी हिरासत में भेजने का आदेश दिया. साहा को मेडिकल जांच के बाद कोलकाता की विशेष अदालत में पेश किया गया था.

ईडी ने साहा को मुर्शिदाबाद जिले के बुरवान स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया. यह कार्रवाई मुर्शिदाबाद, बीरभूम, पुरुलिया और कोलकाता सहित कई स्थानों पर की गई व्यापक तलाशी के बाद हुई.

अधिकारियों ने बताया कि जब ईडी की टीम साहा के घर तलाशी के लिए पहुंची, तो उन्होंने दीवार फांदकर भागने की कोशिश की और अपना मोबाइल फोन नाले में फेंक दिया. हालांकि, ईडी ने फोन बरामद कर लिया.

एसएससी भर्ती घोटाले की जांच के तहत ईडी ने न केवल जीवन कृष्ण साहा के आवास पर, बल्कि उनके रिश्तेदारों और सहयोगियों के ठिकानों पर भी छापेमारी की. साहा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया है.

यह पहली बार नहीं है जब साहा इस मामले में जांच के दायरे में आए हैं. इससे पहले भी उन्हें इस मामले में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया था.

जीवन कृष्ण साहा को इस मामले में पहले 17 अप्रैल 2023 को गिरफ्तार किया गया था. 2024 में उन्हें जमानत पर रिहा किया गया और वर्तमान में वह Supreme court के आदेश पर जमानत पर हैं. अब इस मामले में छापेमारी ने हंगामा मचा दिया. ईडी अधिकारियों और केंद्रीय बलों की मौजूदगी में साहा के घर के बाहर भारी भीड़ जमा हो गई.

ईडी के अनुसार एसएससी भर्ती प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के सबूत मिले हैं, जिसमें कथित तौर पर धन की हेराफेरी शामिल है. जांच एजेंसी इस मामले में कई अन्य लोगों से भी पूछताछ कर रही है और सबूत जुटाने के लिए विभिन्न दस्तावेजों की जांच कर रही है.

साहा की गिरफ्तारी इस जांच में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है, क्योंकि वह इस कथित घोटाले से जुड़े प्रमुख व्यक्तियों में से एक हैं.

जीवन कृष्ण साहा की हिरासत के दौरान ईडी उनसे इस मामले में और जानकारी हासिल करने की कोशिश करेगी, ताकि भर्ती घोटाले के पूरे नेटवर्क का खुलासा हो सके.

एकेएस/जीकेटी