कुल्लू, 28 फरवरी . हिमाचल प्रदेश में मौसम ने इस बार अजब रंग दिखाया है, जहां कुछ इलाकों में बर्फबारी से मौसम सुहाना हो गया है, वहीं कुल्लू जिले में कुदरत ने ऐसा रूप दिखाया है कि लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. दो दिन से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कुल्लू जिले के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं और जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.
कुल्लू जिले के सरवरी नाले में भारी बारिश के कारण उफान आ गया और देखते ही देखते कई गाड़ियां बह गई. इसके अलावा गांधी नगर क्षेत्र में मलबे में गाड़ियां दब गई, जिससे नुकसान और बढ़ गया. भारी बारिश के चलते कुल्लू के आसपास की झुग्गियों में भी पानी घुस गया है और ढालपुर क्षेत्र में होटल के पीछे दीवार टूटने से सारा पानी घरों में घुस गया.
अखाड़ा बाजार में भी बारिश का पानी घरों में घुसने से लोगों का सामान खराब हो गया है. लगातार हो रही बारिश से कुल्लू जिला में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. बारिश के चलते कई सड़कों पर भूस्खलन हुआ है और पेड़ टूटने से बिजली की तारें भी गिर गई, जिससे बंजार, मणिकर्ण, गड़सा और मनाली के कई गांव अंधेरे में डूब गए हैं.
मौसम को देखते हुए कुल्लू जिले में सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है. मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि जिला प्रशासन ने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए हैं कि जैसे ही बारिश थमे, सड़कों की बहाली का काम शुरू किया जाए.
डीसी कुल्लू, तोरुल एस रवीश ने कहा कि घाटी में खराब मौसम को देखते हुए शुक्रवार को सभी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे. जैसे ही मौसम साफ होगा, सभी सड़कों की बहाली का काम शुरू किया जाएगा. इसके साथ ही बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए भी अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं.
स्थानीय नागरिकों के मुताबिक, पिछले दो दिनों से भारी बारिश की वजह से कुल्लू के कई इलाकों में भारी नुकसान हुआ है. सरवरी नाले का पानी पार्किंग एरिया में घुसने से कई गाड़ियां भी बाढ़ की चपेट में आ गईं, और बिजली की आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई है.
मौसम का यह मिजाज अभी भी जारी रहने की संभावना है, जिससे जिला प्रशासन और नागरिकों को अतिरिक्त सतर्क रहने की सलाह दी गई है.
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एकेएस/एबीएम