इंफाल, 22 मार्च . मणिपुर में सेना ने अन्य सुरक्षा बलों के साथ मिलकर कई अभियानों में विभिन्न जिलों से 32 हथियार, कई अत्याधुनिक उपकरण, ग्रेनेड सहित गोला-बारूद का बड़ा जखीरा और युद्ध संबंधी सामान बरामद किया है.
रक्षा प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि सेना, असम राइफल्स के साथ मणिपुर पुलिस, सीआरपीएफ, बीएसएफ और आईटीबीपी के जवानों ने पिछले कुछ दिनों में मणिपुर के आठ जिलों – थौबल, विष्णुपुर, इंफाल पश्चिम, चुराचांदपुर, कांगपोकपी, टेंग्नौपाल, जिरीबाम और सेनापति में अभियान चलाया. ये जिले पहाड़ी और घाटी क्षेत्र में आते हैं.
बरामद हथियारों में सिंगल बोर बैरल राइफल, 0.22 राइफल, एके सीरीज राइफल, लाइट मशीन गन, .303 राइफल, इंसास राइफल, 7.62 एमएम एसएलआर, इंप्रोवाइज्ड मोर्टार और पिस्तौल शामिल हैं.
रक्षा विज्ञप्ति में कहा गया है कि सुरक्षा बलों द्वारा किए गए ये समन्वित प्रयास मणिपुर में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए उनकी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं.
इस बीच, रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि असम राइफल्स राष्ट्रीय एकता यात्रा (एनआईटी) का हिस्सा बनने वाली मणिपुर की 34 महिलाओं ने कोलकाता में पूर्वी सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राम चंद्र तिवारी से बातचीत की.
इस बातचीत ने इन ‘महिला राजदूतों’ को एनआईटी के बारे में अपने अनुभव साझा करने और पूर्वोत्तर भारत के ‘सात बहन राज्यों’ में शांति बहाली के लिए असम राइफल्स और भारतीय सेना की भूमिका के बारे में बहुमूल्य जानकारी हासिल करने का अवसर दिया.
प्रवक्ता ने बताया कि मणिपुर की महिलाएं 12 से 22 मार्च तक अहमदाबाद और कोलकाता के 10 दिवसीय दौरे पर हैं. असम राइफल्स द्वारा आयोजित इस दौरे में प्रतिभागियों को अहमदाबाद और कोलकाता में आर्थिक, बुनियादी ढांचे और सांस्कृतिक प्रगति देखने का मौका मिला.
गुजरात में अपने प्रवास के दौरान, उन्होंने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, साबरमती आश्रम और अक्षरधाम मंदिर जैसे प्रमुख स्थलों का दौरा किया. अहमदाबाद में महिलाओं ने गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत से बातचीत की. राज्यपाल ने उनसे मणिपुर में शांति और समृद्धि के लिए गुजरात के विकास मॉडल का अनुकरण करने का आग्रह किया.
महिलाओं ने अहमदाबाद की शहरी जीवनशैली को भी देखा, जिसमें साबरमती और नर्मदा नदी के किनारे शामिल हैं. कोलकाता में उन्होंने विक्टोरिया मेमोरियल, भारतीय संग्रहालय और मदर टेरेसा के घर जैसे प्रतिष्ठित स्मारकों का दौरा किया.
एनआईटी प्रतिभागियों के साथ बातचीत करते हुए पूर्वी सेना कमांडर ने मणिपुर के खेल और पर्यटन क्षेत्रों के एक पावर हाउस के रूप में विकसित होने की क्षमता और राज्य की समृद्धि में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला.
उन्होंने प्रतिभागियों की भारत के अन्य हिस्सों का पता लगाने के लिए बाहर निकलने के लिए सराहना की और उन्हें अहमदाबाद और कोलकाता में देखे गए विकास मॉडल का अनुकरण करने के लिए प्रोत्साहित किया.
सराहना के प्रतीक के रूप में उन्होंने प्रतिभागियों को शॉल देकर सम्मानित किया. बदले में महिलाओं ने जनरल को पारंपरिक स्टोल और इम्फाल की एक पेंटिंग देकर सम्मानित किया.
एनआईटी असम राइफल्स द्वारा राष्ट्रीय एकीकरण को बढ़ावा देने और दूरदराज के क्षेत्रों की महिलाओं को सशक्त बनाने के निरंतर प्रयासों का प्रमाण है.
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पीएसके/