हम वन नेशन, वन इलेक्शन को रिजेक्ट करते हैं : उदित राज

नई दिल्ली, 16 सितंबर . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार अपने मौजूदा कार्यकाल के दौरान ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ नीति को लागू करने की तैयारी कर रही है. इस मुद्दे को लेकर देश में जमकर सियासत भी हो रही है. कांग्रेस नेता उदित राज ने केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह सब सिर्फ जनता का ध्यान बांटने के लिए किया जा रहा है.

कांग्रेस नेता उदित राज ने से बातचीत में कहा, “केंद्र सरकार को जिस पर काम करना चाहिए, उस पर तो फोकस नहीं किया जा रहा है, लेकिन जनता का ध्यान बांटने के लिए वन नेशन, वन इलेक्शन के मुद्दे को उठाया जा रहा है. यह सरकार कभी शहरों का नाम बदलती है तो कभी स्थानों का नाम बदलती है, लेकिन जनता के लिए कभी कोई काम नहीं किया है. उन्हें बेरोजगारी दूर करने और मंहगाई को कम करने के लिए काम करना चाहिए. आज के दौर में शिक्षा बहुत महंगी हो गई है कि इसकी पहुंच आम आदमी तक नहीं है.”

उन्होंने आगे कहा, “वन नेशन, वन इलेक्शन को हम रिजेक्ट करते हैं. साल 2014 में जब नरेंद्र मोदी ने लोकसभा का चुनाव लड़ा था तो उनका चुनाव लड़ने का तरीका प्रेसिडेंशियल इलेक्शन की तरह था. वो देश में प्रेसिडेंशियल गवर्नमेंट लाना चाहते हैं, ताकि क्षेत्रीय भाषा और आकांक्षाओं को दबाया जा सके.”

उन्होंने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा, “क्या आर्टिकल 370 खत्म होने के बाद वहां स्थिति बेहतर हुई है? आप खुद देख लीजिए वहां रोजाना हमारे सैनिक शहीद हो रहे हैं और आतंकवादी घटनाएं भी लगातार बढ़ रही हैं. आर्टिकल 370 हटने के बाद भी स्थिति बेहतर नहीं हुई है. मैं मानता हूं कि हिंदू बहुल आबादी वाले क्षेत्र में भाजपा को हार का सामना करना पड़ेगा.”

कांग्रेस नेता उदित राज ने मध्य प्रदेश और राजस्थान की सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा, “पहली बार जो नेता विधायक चुना गया, उन्हें मुख्यमंत्री बना दिया गया. अधिकारी उनकी बात सुनते नहीं है और पीएमओ से निर्देश दिए जाते हैं. एक तरह से सत्ता का केंद्रीकरण हुआ. वन नेशन, वन इलेक्शन भी केंद्रीकरण है. गरीब लोग चुनाव नहीं लड़ पाएंगे और क्षेत्रीय पार्टियां पूरी तरह से खत्म हो जाएंगी. हम इसके खिलाफ हैं.”

उन्होंने केंद्र सरकार के 100 दिन पूरे होने पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा, “100 दिन के अंदर इस सरकार ने सब कुछ चौपट कर दिया है. कुछ सुधार नहीं हुआ है बल्कि हालात और भी खराब होते जा रहे हैं, इस सरकार में भारी करप्शन है. अहमदाबाद में एक फ्लाईओवर बनाया गया, उसकी उम्र 100 साल बताई गई, लेकिन वे पांच साल तक भी नहीं टिक पाया. शिवाजी महाराज की मूर्ति भी गिरकर टूट गई. ऐसी घटनाओं से देश और पीछे चला जाएगा.”

एफएम/जीकेटी