हमने एक प्रख्यात अर्थशास्त्री और एक महान इंसान को खो दिया है : डॉ. पीके मिश्रा

नई दिल्ली, 27 दिसंबर . पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर देश-दुनिया से शोक संवेदनाएं आ रही है. हर कोई मनमोहन सिंह के कार्यकाल को याद करते हुए उनके फैसलों को याद कर रहा है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर पक्ष-विपक्ष के तमाम दिग्गज नेताओं ने शोक प्रकट किया.

मनमोहन सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. पीके. मिश्रा ने भी शोक संवेदना प्रकट की. उन्‍होंने उनसे जुड़ी दिलचस्प घटना को भी साझा किया, जब वह दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में पढ़ते थे और डॉ. मनमोहन सिंह कॉलेज में पढ़ाया करते थे.

उन्होंने बताया, “डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से हमने एक बहुत ही प्रतिष्ठित नेता, एक प्रख्यात अर्थशास्त्री और एक महान इंसान को खो दिया है. डॉ. मनमोहन सिंह से जुड़ी मेरी यादें उस समय की हैं, जब वे दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में पढ़ाते थे. मैं उन दिनों एमए. के प्रथम वर्ष में था. उस दौर के दिग्गज प्रोफेसरों के बीच उन्हें पाना पश्चिमी ओडिशा के संबलपुर जिले से आए, मेरे जैसे एक छात्र के लिए बहुत ही सुकून देने वाला था.”

उन्होंने कहा, “वे दिन थे जब अमर्त्य सेन, मृणाल दत्ता चौधरी, एएम. खुसरो, केएन. राज, सुखमय चक्रवर्ती, धर्म कुमार और अन्य जैसे बहुत ही प्रतिष्ठित प्रोफेसर वहां पढ़ाते थे. डॉ. मनमोहन सिंह में अंतरराष्ट्रीय व्यापार के जटिल विषयों को हर छात्र की समझ में आने वाले तरीके से समझाने की अद्भुत क्षमता थी, इससे छात्रों के लिए सीखना आसान हो जाता था. वे बेहद विनम्र और शांत स्वभाव के थे.”

उन्होंने बताया कि बाद में मुझे उनके साथ बातचीत करने का सौभाग्य मिला, जब प्रधानमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान मैं राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सचिव और भारत सरकार के कृषि मंत्रालय में सचिव के रूप में काम कर रहा था. जब भी मैं उनसे मिला, मैंने उनके व्यवहार में वही सादगी, ईमानदारी और विनम्रता पाई. इस कठिन समय में मेरी गहरी संवेदनाएं और भावनाएं उनके परिवार और दोस्तों के साथ हैं.

बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में गुरुवार को निधन हो गया. उनका अंतिम संस्कार 28 दिसंबर को किया जाएगा. उनके निधन पर सरकार ने सात दिन का राजकीय शोक घोषित किया है. डॉ. मनमोहन सिंह लंबे समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे थे. इससे पहले भी उन्हें कई बार अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

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