New Delhi, 17 जुलाई . केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने Thursday को कहा कि उन्होंने सऊदी अरब के इकोनॉमी एंड प्लानिंग मिनिस्टर फैसल बिन फदल अल-इब्राहिम के साथ बैठक की.
Union Minister गोयल ने social media प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “भारत-सऊदी अरब संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा हुई, जिसमें हमारे व्यापार और निवेश साझेदारी को बढ़ाने और फार्मास्यूटिकल्स, पेट्रोलियम और सिरेमिक जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग पर ध्यान केंद्रित किया गया.”
Union Minister ने फैसल बिन फदल अल-इब्राहिम को जल्द से जल्द भारत आने का निमंत्रण भी दिया.
Union Minister गोयल ने कहा, “हमें दोनों देशों के लिए आगे की विकास संभावनाओं पर पूरा भरोसा है.”
भारत और सऊदी अरब के बीच मजबूत व्यापारिक संबंध हैं और दोनों देश महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार हैं.
तेल समृद्ध सऊदी अरब भारत के लिए ऊर्जा का एक प्रमुख स्रोत है. द्विपक्षीय व्यापार में लगातार वृद्धि देखी गई है, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 42.98 अरब डॉलर तक पहुंच गया है.
सऊदी अरब को भारत का निर्यात 11.56 अरब डॉलर रहा, जबकि आयात 31.42 अरब डॉलर तक पहुंच गया.
Union Minister गोयल ने यह भी कहा कि उन्होंने निर्यात को बढ़ावा देने के उपायों पर चर्चा के लिए विदेशों में स्थित 74 भारतीय मिशनों में वाणिज्य प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक की.
Union Minister गोयल ने एक्स पर पोस्ट में कहा, “सक्रिय बाजार जुड़ाव, बेहतर व्यापार जानकारी और भारतीय निर्यातकों के साथ घनिष्ठ सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया गया.”
उन्होंने नए निर्यात अवसरों की पहचान करने, गैर-शुल्क बाधाओं को दूर करने और दूतावासों व उद्योग के बीच संचार को मजबूत करने के महत्व पर प्रकाश डाला.
Union Minister गोयल ने व्यापार, टेक्नोलॉजी, पर्यटन और निवेश प्रोत्साहन में मिशनों की भूमिका दोहराई और वैश्विक पहुंच को अधिकतम करने के लिए ट्रेड कनेक्ट के माध्यम से मजबूत रिपोर्टिंग का आह्वान किया.
अमेरिकी शुल्कों में वृद्धि और भू-राजनीतिक तनावों से उत्पन्न वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद, जून 2025 में भारत का कुल वस्तु और सेवाओं का निर्यात 67.98 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष के इसी महीने के आंकड़ों की तुलना में 6.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है.
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, 2025 की अप्रैल-जून तिमाही के दौरान भारत का कुल निर्यात 210.31 अरब डॉलर रहने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 5.94 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि दर्शाता है. जबकि तिमाही के दौरान कुल आयात 4.38 प्रतिशत बढ़कर 230.62 अरब डॉलर हो गया.
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