हम हवा में बात नहीं करते हैं, बिहार में एनडीए की होगी सरकार: अनिल राजभर

Lucknow, 8 अक्टूबर . उत्तर प्रदेश Government में मंत्री अनिल राजभर ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा दावा किया. उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए पूर्ण बहुमत के साथ Government बनाएगी. उन्होंने कहा कि हम हवा में बात नहीं करते हैं, एनडीए ने बिहार में विकास किया है और यह दिखाई देता है. जनता एनडीए के साथ है और हम मजबूती के साथ Government बनाएंगे.

से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि हम हवा में बात नहीं करते, जनता के बीच जाकर काम करते हैं. नीतीश Government बिहार में काफी लोकप्रिय है. हमारे गठबंधन के नेता और कार्यकर्ता जनता से निरंतर संवाद कर रहे हैं. चुनाव पूरी तरह हमारे नियंत्रण में है. 14 नवंबर को सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा.

महागठबंधन में Chief Minister पद के चेहरे को लेकर चल रही खींचतान पर राजभर ने तंज कसते हुए कहा कि महागठबंधन में बहुत लड़ाई होगी. उनका गठबंधन बना रहेगा या नहीं, यह भी एक सस्पेंस है. कोई खुद को Chief Minister तो कोई उपChief Minister बता रहा है, लेकिन जमीन पर उनका कोई आधार नहीं है. बिहार की जनता उन्हें अच्छी तरह जानती है. राजद-कांग्रेस ने केवल बिहार को बदनाम करने का काम किया है, जबकि एनडीए के नेतृत्व में बिहार विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ा है.

पश्चिम बंगाल की स्थिति पर राजभर ने कहा कि लोकतंत्र में विधायकों और सांसदों पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. टीएमसी भाजपा की बढ़ती लोकप्रियता से घबरा गई है. ममता बनर्जी इस तरह की हरकतें कर रही हैं, लेकिन इसका जवाब बंगाल की जनता देगी.

पीएम मोदी के राजनीति के करियर में 25 साल पूरे होने पर उन्होंने तारीफ करते हुए कहा कि पीएम मोदी पर भगवान की असीम कृपा है. हम उन्हें देव पुरुष के रूप में देखते हैं. उन्होंने जो काम किया, वह आम आदमी के बस की बात नहीं. कोई सपने में भी नहीं सोच सकता था कि India को विकसित और आत्मनिर्भर बनाने की बात होगी. आज India की शक्ति को दुनिया सलाम करती है. सनातन का झंडा विश्व में फहराया है.

पीएम मोदी ने हमारी संस्कृति को मजबूत किया है.

उन्होंने कहा कि India को विश्व गुरु बनने से कोई नहीं रोक सकता. आने वाली पीढ़ियां उन्हें नमन करेंगी.

Samajwadi Party प्रमुख अखिलेश यादव के Lucknow दौरे और आजम खान से मुलाकात को लेकर राजभर ने तंज कसा. उन्होंने कहा कि प्रदेश और देश में हर कोई जानता है कि आजम खान सपा के कितने बड़े नेता हैं. 23 सितंबर को उनकी रिहाई के बाद भी अखिलेश यादव ने उनसे मुलाकात नहीं की. क्या सपा प्रमुख उनसे मिलना नहीं चाहते? या आजम खान ने मना कर दिया? अगर गिले-शिकवे मिट गए हैं, तो अब मिलने जा रहे हैं. यह उनका आपसी मामला है.

डीकेएम/डीएससी