चंडीगढ़, 13 फरवरी . किसान यूनियन नेताओं के साथ सोमवार देर रात दूसरे दौर की बातचीत बेनतीजा रहने के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि सरकार अभी भी उनकी मांगों पर चर्चा के लिए तैयार है.
चंडीगढ़ में किसान नेताओं के साथ दूसरे दौर की चर्चा में मुंडा के अलावा केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल भी मौजूद थे.
मुंडा ने बैठक के बाद मीडिया से कहा, “किसानों से हर विषय पर गंभीर चर्चा हुई. सरकार बातचीत के जरिए हर समाधान निकालना चाहती है. कुछ मुद्दों पर हमारी सहमति बनी, लेकिन कुछ मुद्दे ऐसे थे, जिनके स्थायी समाधान के लिए हमने कहा कि एक कमेटी बनाई जाए.”
गोयल के साथ मौजूद मुंडा ने कहा, “किसी भी मुद्दे को चर्चा के माध्यम से हल किया जा सकता है. हमें उम्मीद है कि हम समाधान लाएंगे. हमारा मकसद है कि किसानों और जनता के अधिकारों की रक्षा की जाए.”
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के समन्वयक जगजीत सिंह दल्लेवाल ने मीडिया को बताया, “केंद्रीय मंत्रियों और किसान प्रतिनिधियों के बीच बैठक महत्वपूर्ण चिंताओं पर बिना किसी सहमति के समाप्त हो गई.”
उन्होंने कहा, “हम कोई नया प्रस्ताव नहीं लाए. सभी पुराने प्रस्ताव थे. हम कोई टकराव नहीं चाहते. हम हर बिंदु पर चर्चा चाहते थे, लेकिन सरकार सीधी नहीं है. वह सिर्फ हमारा समय बर्बाद करना चाहती है. उन्होंने और समय मांगा. सरकार को निर्णय लेना था, उन्होंने कोई निर्णय नहीं लिया. ऐसे में हमारा विरोध जारी रहेगा. हम 13 फरवरी को सुबह 10 बजे से दिल्ली की ओर बढ़ेंगे.”
राजस्थान के किसान नेता रणजीत सिंह राजू ने कहा कि वे मंगलवार को दिल्ली तक मार्च करेंगे. उन्होंने कहा, “सरकार ने एक समिति बनाने की पेशकश की और हमें बातचीत में शामिल करने का वादा किया. यह चर्चा काफी समय से चल रही है. हमारे समर्थक कल (मंगलवार) सुबह 10 बजे दिल्ली की ओर बढ़ना शुरू कर देंगे.”
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