हम दिल्ली में 28–30 अक्टूबर के बीच क्लाउड सीडिंग के लिए तैयार हैं: पर्यावरण मंत्री

New Delhi, 23 अक्टूबर . Prime Minister Narendra Modi के मार्गदर्शन एवं आशीर्वाद तथा Chief Minister रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली ने Thursday को प्रदूषण नियंत्रण में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की और अपनी पहली क्लाउड सीडिंग परीक्षण उड़ान सफलतापूर्वक संपन्न की. यह उड़ान 28-30 अक्टूबर के बीच होने वाले कृत्रिम वर्षा अभियान का अहम हिस्सा थी.

यह उड़ान दिल्ली Government के पर्यावरण विभाग और आईआईटी Kanpur के संयुक्त प्रयास से संचालित की गई, जिसमें विमान, सीडिंग फ्लेयर्स और सभी संबंधित एजेंसियों के बीच समन्वय की तैयारियों का परीक्षण किया गया.

पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, “मैं Chief Minister रेखा गुप्ता के नेतृत्व और Prime Minister Narendra Modi के आशीर्वाद के लिए धन्यवाद देता हूं, जिनकी वजह से इस अनोखी पहल के लिए सभी अनुमति समय पर प्राप्त हुई. आज की उड़ान तकनीकी रूप से पूरी तरह सफल रही. हमने सभी आवश्यक परीक्षण- फ्लेयर टेस्ट, फिटमेंट जांच और समन्वय प्रोटोकॉल- सफलतापूर्वक पूरे कर लिए हैं.”

मंत्री ने बताया कि यह परीक्षण उड़ान आईआईटी Kanpur हवाई पट्टी से शुरू होकर Kanpur, मेरठ, खेकरा, बुरारी, सड़कपुर, भोजपुर, अलीगढ़ और Kanpur के मार्ग से हुई. खेकरा और बुरारी के बीच क्लाउड सीडिंग फ्लेयर्स सफलतापूर्वक फायर किए गए, साथ ही विमान की कार्यक्षमता, उपकरणों की स्थायित्व और सुरक्षा प्रोटोकॉल का पूरी तरह मूल्यांकन किया गया.

उन्होंने कहा, “दिल्ली अपनी पहली कृत्रिम वर्षा अनुभव करने के लिए तैयार है. सभी सिस्टम—विमान से लेकर मौसम और पर्यावरण निगरानी तक—पूरी तरह तैयार हैं. अब केवल उपयुक्त बादलों का इंतजार है, जो 29–30 अक्टूबर के बीच होने वाले वास्तविक सीडिंग के लिए अनुकूल होंगे.”

पायलट की रिपोर्ट और विंडी प्रोफेशनल सिस्टम के डेटा के अनुसार, Thursday को दिल्ली के आसमान में अधिक बादल नहीं थे, केवल बुरारी के पास दो छोटे बादल के क्षेत्र परीक्षण के लिए पहचाने गए. इन क्षेत्रों में फ्लेयर्स सफलतापूर्वक फायर किए गए, जिससे विमान और सीडिंग उपकरण की संचालन क्षमता की पुष्टि हुई.

उड़ान पाइरो विधि के जरिए संचालित की गई, जिसमें विशेष रूप से डिजाइन किए गए फ्लेयर्स जिनमें सिल्वर आयोडाइड और सोडियम क्लोराइड यौगिक होते हैं, विमान से छोड़े गए और वातावरण में उत्सर्जित किए गए. यह तकनीक पर्याप्त नमी होने पर संघनन और बादल निर्माण को बढ़ावा देती है.

यह सफल परीक्षण उड़ान दिल्ली में प्रदूषण नियंत्रण के वैज्ञानिक दृष्टिकोण में एक मील का पत्थर साबित हुई. सभी तैयारी पूरी होने के बाद, राजधानी अब 28–30 अक्टूबर के बीच पूर्ण पैमाने पर क्लाउड सीडिंग और कृत्रिम वर्षा परीक्षण के लिए तकनीकी रूप से तैयार है, यह दिल्ली के लिए पहली बार है.

सिरसा ने कहा, “यह पहल Prime Minister Narendra Modi के विजन और Chief Minister रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली के विज्ञान और नवाचार को अपनाने के संकल्प को दर्शाती है. पर्यावरण विभाग आईआईटी Kanpur और विमानन प्राधिकरणों के साथ मिलकर आगामी उड़ानों के लिए निगरानी और समन्वय जारी रखेगा.”

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