‘हम संविधान के साथ छेड़छाड़ नहीं कर रहे हैं’, मुख्तार अब्बास नकवी का कांग्रेस को जवाब

नई दिल्ली, 28 जून . भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कांग्रेस के ‘संविधान के साथ छेड़छाड़’ के आरोपों को बेबुनियाद बताया. उन्होंने कांग्रेस पर ही संविधान की मूल भावना से छेड़छाड़ का आरोप लगाया.

शनिवार को समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा कि कांग्रेस ने जिस तरह से अपनी सहूलियत के हिसाब से संविधान के साथ छेड़छाड़ की है, अगर हम उसे बदलने की बात कर रहे हैं, तो इसमें कहां से संविधान पर हमला हो रहा है या संविधान की मूल भावना आहत हो रही है?

उन्होंने संविधान को लेकर देश भर में राष्ट्रव्यापी बहस की मांग की. उन्होंने कहा कि जिस तरह से अतीत में कांग्रेस ने अपनी सुविधा के हिसाब से संविधान को बदलने की कोशिश की है, उसे लेकर देशभर में डिबेट होनी चाहिए. सभी वर्गों के लोगों को इसमें हिस्सा लेना चाहिए और सभी को खुलकर अपनी बात रखनी चाहिए. मैं एक बात दावे के साथ कहता हूं कि जिस दिन इस देश में संविधान को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर बहस होगी, उस दिन निश्चित तौर पर कांग्रेस को शर्म आएगी.

उन्होंने कहा कि देश के लोगों को पता होना चाहिए कि किस तरह से कांग्रेस ने संविधान को बदलने की कोशिश की थी, उसके साथ छेड़छाड़ की थी. लेकिन, अब जब इसे वापस इसके मूल स्वरूप में पहुंचाने की चर्चा हो रही है, तो कांग्रेस के पेट में दर्द हो रहा है.

उन्होंने संविधान की प्रस्तावना में निहित ‘पंथनिरपेक्षता’ और ‘धर्मनिरपेक्षता’ को देश की आत्मा बताया. उन्होंने कहा कि जब हमारा देश आजाद हुआ था, तो एक तरफ जहां पाकिस्तान में इस्लामी झंडा फहराया जा रहा था, तो वहीं दूसरी तरफ हमारे देश में सर्व धर्म की बात हो रही थी. लेकिन जिस तरह से कांग्रेस ने अपने शासनकाल में संविधान को छेड़ने की कोशिश की है, उस पर चर्चा होनी चाहिए.

बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक सेवक संघ के महासचिव दत्तात्रेय होसबाले ने गुरुवार को एक कार्यक्रम में संविधान में ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द हटाने की पैरोकारी की थी, जिसका कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विरोध किया और कहा कि आरएसएस का नकाब एक बार फिर से उतर गया.

एसएचके/केआर