लंदन, 1 जून . पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल आतंकवाद के खिलाफ अपने रुख को स्पष्ट करने के लिए लंदन पहुंचा है. प्रतिनिधिमंडल में शामिल राज्यसभा सांसद गुलाम अली खटाना, राज्यसभा सदस्य एम. थंबीदुरई और पूर्व उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार पंकज सरन ने आतंकवाद पर भारत के बदले स्टैंड पर लंदन से समर्थन मिलने की उम्मीद जताई.
राज्यसभा सांसद गुलाम अली खटाना ने समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा, “देश के प्रधानमंत्री ने एक बहुत अहम निर्णय लिया है. भारतीय सांसदों का सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल दूसरे देशों के दौरे पर है. हम आतंकवाद के खिलाफ अपने रुख से दुनिया को परिचित करा रहे हैं. हमने अपना सिद्धांत बदला है. हम अपने पड़ोसियों के साथ शांति चाहते हैं. लेकिन, निर्दोषों की हत्या की कीमत पर नहीं. हम अपने स्तर पर ही पाकिस्तान से निपटने में पूरी तरह सक्षम हैं. हम दुनिया को भी पाकिस्तान की सच्चाई से अवगत कराना चाहते हैं.”
राज्यसभा सांसद एम. थंबीदुरई ने कहा, “पाकिस्तान के आतंकवाद से सिर्फ भारत पीड़ित नहीं है. यूरोप और अमेरिका के कई देश भी इसका शिकार हैं. ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान में ही मारा गया. वहां अब भी आतंकी कैंप हैं, वहां की सेना भी इस बात को स्वीकार कर चुकी है. हम पूरी दुनिया में घूम-घूमकर पाकिस्तान के आतंक की सच्चाई बता रहे हैं और अपने रुख से अवगत करा रहे हैं. आतंकवाद मानवता के लिए खतरा है. इसी कारण यह सही समय है कि सारे देश आतंकवाद की समाप्ति के लिए एक साथ आएं.”
भारत के पूर्व उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार पंकज सरन ने से कहा, “हम उम्मीद करते हैं कि इंग्लैंड हमारी इस यात्रा के उद्देश्य को समझेगा. पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद से होने वाली समस्या और उसका समाधान दोनों से ही हमने इंग्लैंड के प्रतिनिधियों को अवगत कराया है. अगले दो दिन लंदन में हमारा व्यस्त कार्यक्रम है. हम आतंकवाद के खिलाफ अपने स्टैंड को स्पष्टता से रखेंगे और उम्मीद है कि हमें समर्थन मिलेगा.”
इस प्रतिनिधिमंडल में नौ सदस्य हैं. इसमें रविशंकर प्रसाद (भाजपा), दग्गुबाती पुरंदेश्वरी (भाजपा), प्रियंका चतुर्वेदी (शिवसेना-यूबीटी), गुलाम अली खटाना (भाजपा), अमर सिंह (कांग्रेस), समिक भट्टाचार्य (भाजपा), एम. थंबीदुरई (एआईएडीएमके), पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर और पूर्व राजदूत पंकज सरन शामिल हैं.
–
पीएके/एबीएम