वायनाड लैंडस्लाइड : राज्य सरकार के साथ तालमेल बनाकर राहत व बचाव कार्य जारी

नई दिल्ली, 30 जुलाई . केरल के वायनाड में मंगलवार सुबह भूस्खलन की घटना घटी. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा में बताया कि पूरी स्थिति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नजर रख रहे हैं. गृह मंत्री अमित शाह ने केरल के मुख्यमंत्री से बात की है और उन्हें हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है.

केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने बताया कि घटना के बाद भारतीय सेना, वायु सेना के दो हेलीकॉप्टर को राहत एवं बचाव कार्य में लगाया गया है. तलाशी और बचाव उपकरणों के साथ एनडीआरएफ की टीम राहत कार्य में जुटी है. सेना की टुकड़ियों को हवाई मार्ग से भेजा जा रहा है. एयर फोर्स के विमान भी राहत एवं बचाव कार्य में लगाए गए हैं. गृह मंत्रालय के दो नियंत्रण कक्ष लगातार निगरानी कर रहे हैं. वायनाड में भूस्खलन के कारण आई प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने सेना के जवानों, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आर्म्ड पुलिस फोर्स और एयरफोर्स को राहत एवं बचाव कार्यों में तैनात किया है. सेना के जवान मौके पर पहुंच चुके हैं.

राज्यसभा में नेता सदन एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने इस विषय पर कहा कि यह एक बड़ी त्रासदी है. मंगलवार को राज्यसभा में उन्होंने कहा कि यह त्रासदी, सिर्फ केरल के लिए त्रासदी नहीं है, बल्कि सारा देश इससे दुखी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार केरल में राहत कार्य के लिए जो कुछ भी कार्य आवश्यक है, कर रही है.

नड्डा ने कहा कि मैं सरकार की ओर से यह आश्वासन देता हूं कि केरल में राहत कार्य के लिए जो भी आवश्यकता होगी, वह पूरी की जाएगी. प्रधानमंत्री ने केरल के मुख्यमंत्री से बात की है. मुख्यमंत्री को मदद का आश्वासन दिया गया है. राज्य सरकार के साथ समन्वय में कार्य किया जा रहा है. सबसे पहला काम यह है कि वहां दबे शवों को निकाला जा सके. हम सब लोग इस आपदा की घड़ी में साथ हैं.

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में चलने वाली यह सरकार प्रोएक्टिव व प्रो रेस्पॉन्सिव है. यदि कोई ऐसा सुझाव आता है, जिसे कि हम अपने कार्यों में शामिल कर सकते हैं, तो हम ऐसे सुझावों का भी स्वागत करते हैं. राज्यसभा में ही केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने बताया कि केरल के आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों के लिए आर्म्ड फोर्सेस को भेज दिया गया है.

उन्होंने बताया कि अभी प्रधानमंत्री के आदेश पर पिछले सप्ताह ही नेशनल लैंडस्लाइड फोरकास्टिंग इंस्टीट्यूट का गठन किया गया है. इस विषय पर सरकार की ओर से संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि कोई भी प्राकृतिक आपदा हम सभी के लिए चिंता का विषय है. यह राजनीति का विषय नहीं है. यह गंभीर विषय है. केरल से आने वाले केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन को प्रधानमंत्री ने घटनास्थल पर भेजा है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स, इंडियन मिलिट्री फोर्स को एक्टिव किया जा चुका है और वे सभी ग्राउंड पर राहत एवं बचाव कार्यों में जुटे हैं.

उन्होंने बताया कि इसके अलावा आपदाग्रस्त क्षेत्र में राहत एवं बचाव कार्य के लिए इंडियन एयर फोर्स को भी एक्टिवेट किया गया है. किसी भी आपदा के दौरान सबसे पहले बचाव व राहत कार्य प्रारंभ किए जाते हैं. इसके बाद पुनर्वास का काम आरंभ होता है. इसलिए, इस समय हमारी सबसे पहली प्राथमिकता आपदा में फंसे लोगों को बचाना और उन तक राहत पहुंचाना है.

जीसीबी/एबीएम