नई दिल्ली, 27 दिसंबर . देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह के निधन पर देश में सात दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है. पूर्व प्रधानमंत्री के निधन पर देश के नेताओं ने शोक व्यक्त किया है.
कांग्रेस नेता परनीत कौर ने से बात करते हुए कहा, “पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह जी हमारे बीच नहीं रहे, यह एक बहुत गहरा सदमा दुख का क्षण है. मैं अपनी तरफ से उनके परिवार को, उनकी पत्नी और बेटियों के प्रति संवेदना प्रकट करती हूं. डॉक्टर साहब पंजाब के एक बहुत ही प्रतिष्ठित और उच्च विचारों वाले व्यक्ति थे और उन्होंने पूरी दुनिया में अपने देश का नाम रोशन किया. उन्होंने न केवल आर्थिक और वित्तीय तरक्की की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया, बल्कि प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए भी अपनी विनम्रता और सरलता से लोगों का दिल जीता. मेरे लिए यह खुशी की बात है कि मुझे उनके साथ पांच साल काम करने का अवसर मिला. उन्होंने हमेशा मुझे प्रोत्साहित किया, हर कदम पर मेरी सराहना की और मेरा मार्गदर्शन किया.”
बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा, “सरदार मनमोहन सिंह के निधन से देश ने एक महान राजनेता और भारतीय जनता पार्टी ने एक अच्छे साथी को खो दिया. वे हमारे पूर्व प्रधानमंत्री और एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री थे, जिनके प्रधानमंत्री रहते हुए भारत की अर्थव्यवस्था में सुधार के कई प्रयास किए गए. ऐसे नेता के निधन पर भारतीय जनता पार्टी के सभी कार्यकर्ता दुखी हैं. यह भारतीय राजनीति की एक स्वस्थ परंपरा है कि दुख की इस घड़ी में सभी लोग एकजुट होकर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं. हम सब वाहेगुरु से उनकी आत्मा की शांति की कामना करते हैं.”
उन्होंने आगे कहा, “सरकार ने भी इस दुखद मौके पर सभी कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया है. भारतीय जनता पार्टी भी किसी प्रकार का कार्यक्रम कार्यालय के बाहर नहीं आयोजित कर रही है. बिहार सरकार ने भी शुक्रवार को मुख्यमंत्री का एक बड़ा कार्यक्रम मुजफ्फरपुर में रखा था, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निर्णय लिया कि हम आज किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे और राज्य सरकार ने भी अपने कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है.”
ओडिशा के पूर्व राज्यपाल रघुवर दास ने कहा, “डॉक्टर मनमोहन सिंह का निधन भारतीय राजनीति के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है. आज जो हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत है, उसमें उनका योगदान अहम है. जब 1991 में वह वित्त मंत्री थे, तब उन्होंने आर्थिक उदारीकरण की नीतियों को लागू किया, इससे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली. उन्हीं नीतियों का पालन, अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री रहते हुए हुआ, और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इन नीतियों को अपनाया. इसके कारण आज भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और 2028 तक यह तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में बढ़ रहा है. इसमें डॉक्टर मनमोहन सिंह का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है. ऐसे महान व्यक्तित्व का निधन हमारे लिए निश्चित रूप से एक बड़ी क्षति है. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे और उनके परिवार को इस दुखद घड़ी में शक्ति प्रदान करे.”
कांग्रेस नेता अनिल चौधरी ने कहा, “डॉक्टर मनमोहन सिंह के बारे में मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि वे केवल कांग्रेस पार्टी के नेता नहीं थे, बल्कि राजनीति से ऊपर उठकर एक ऐसा व्यक्तित्व थे, जिन्होंने इस देश को आर्थिक संकट से निकालकर उसे प्रगति की राह पर अग्रसर किया. आज भारत पूरी दुनिया में गर्व से कह सकता है कि हम आर्थिक दृष्टि से मजबूत होते जा रहे हैं, और इसका श्रेय डॉक्टर मनमोहन सिंंह को जाता है. उनका जीवन संघर्षों से भरा हुआ था, लेकिन कठिनाइयों का सामना करते हुए उन्होंने न केवल अपने निजी जीवन में सफलता हासिल की, बल्कि इस देश के लिए भी कई महत्वपूर्ण कदम उठाए. जब पूरी दुनिया आर्थिक मंदी से गुजर रही थी और अमेरिका के कई बड़े बैंक डूब रहे थे, तब हिंदुस्तान को उन्होंने अपनी दूरदर्शिता और मजबूत सोच से एक स्थिर रास्ता दिखाया. उनके फैसलों ने देश को संकट से बाहर निकाला और मजबूत किया.”
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