मुंबई/सूरत/रायगढ़, 24 जून . महाराष्ट्र और गुजरात में मूसलाधार बारिश ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. मुंबई से सूरत और रायगढ़ तक बारिश के कारण लोगों को जलभराव और जाम जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
गुजरात के सूरत में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है. पूना पर्वत गाम, वराछा, कपोदरा, कटारगाम, वेद रोड और जहांगीर पुरा जैसे निचले इलाकों में भारी जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. हालात यह हैं कि सड़कें पानी से भरे तालाबों में तब्दील हो गई हैं, जिस वजह से लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है.
इतना ही नहीं, सूरत के बारडोली इलाके में स्थित आशापुरी मंदिर के पास जलभराव हो गया है, जिससे लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इसके अलावा, दीपनगर इलाके में घरों और दुकानों में बारिश का पानी भर गया है.
इसके अलावा, गुजरात के तापी जिले में मंगलवार सुबह से हो रही भारी बारिश से व्यारा, वालोद, बाजीपुरा और सोनगढ़ जैसे इलाके प्रभावित हुए हैं. वालोद के पास कलमकुई और वांस्कुई-माधी के बीच सड़क पर नाले का पानी आ गया है, जिससे स्थानीय निवासियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
वहीं, महाराष्ट्र के मुंबई में समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं. मुंबई में हाई टाइड को लेकर अलर्ट भी जारी किया गया है.
इसके अलावा, महाराष्ट्र के रायगढ़ में पिछले दो दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण कुंडलिका नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है. कुंडलिका नदी चेतावनी स्तर के निशान को पार कर गई है. बताया जा रहा है कि उन्नई बांध के दो गेट को खोल दिया गया है, जिस वजह से कुंडलिका नदी के जलस्तर में बढ़ोत्तरी हुई है. सुरक्षा के मद्देनजर कुंडलिका नदी पर बने पुराने और कम ऊंचाई वाले पुल को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है.
एहतियात के तौर पर पुलिस प्रशासन और स्थानीय तहसील प्रशासन इस क्षेत्र पर कड़ी नजर रख रहा है.
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