Mumbai , 19 अगस्त . महाराष्ट्र में चौथे दिन लगातार भारी बारिश का सिलसिला जारी है. इससे आम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इस भारी बारिश की वजह से लोगों को अपने दैनिक कार्यों को करने में दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है. बारिश तक तो स्थिति ठीक थी, लेकिन इस बारिश की वजह से हुए जलभराव ने Mumbai के लोगों का जीना दूभर कर दिया है.
कई लोगों ने समाचार एजेंसी से बातचीत में अपनी तकलीफें साझा कीं. लोगों ने इस जलभराव का जिम्मेदार प्रशासन को ठहराते हुए कहा कि अगर समय रहते हुए नालों की सफाई हो जाती, तो आज हमें ऐसी स्थिति का सामना नहीं करना पड़ता. लोगों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश का सिलसिला जारी है. नालों में गाद जमा है, और गटर की सफाई नहीं हुई है. इस वजह से पानी की निकासी नहीं हो पा रही है.
अंधेरी वेस्ट के रहने वाले अनीस ने बताया कि अब तो हम लोगों को इस तरह की स्थिति का सामना करने की आदत हो चुकी है. हर साल ऐसा होता है. जलभराव की वजह से हमें बहुत तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. मौसम विभाग ने बताया कि अगले 48 घंटे और ज्यादा बारिश होगी. ऐसी स्थिति में हमें दफ्तर जाने में दिक्कत हो रही है.
अवधेश ने बताया कि यह अब हर साल की परेशानी हो चुकी है. हमें बहुत दिक्कत हो रही है. जगह-जगह पानी भरा हुआ है. गाड़ी चलाने में दिक्कत हो रही है. हम जैसे लोगों को दफ्तर जाने में दिक्कत हो रही है. पता नहीं ऐसा कब तक रहेगा. Mumbai में हर जगह इसी तरह की स्थिति बनी हुई है. गाड़ी तक चलाना मुश्किल हो रहा है. मुझे नहीं लगता है कि प्रशासन ने कुछ किया है. अगर किया होता, तो आज हमें ऐसी स्थिति का सामना नहीं करना पड़ता. सड़क पर बहुत गड्ढे हैं. ऐसे में गाड़ी चलाना भी हमारे लिए मुश्किल हो रहा है.
नवीन ने बताया कि हर जगह पानी भरा हुआ है. हमें बहुत दिक्कत हो रही है. दफ्तर में जाने में समस्या हो रही है. जलभराव की वजह से हम देर से दफ्तर पहुंच रहे हैं. गाड़ी चलाने में भी दिक्कत हो रही है. डर लगा रहता है कि कहीं गड्ढा नहीं हो. पानी की वजह से सड़क का गड्ढा नहीं दिख पाता है. यह स्थिति अब हर साल की बन चुकी है.
कृष्णा कुमार ने बताया कि मैं गाड़ी से ऑफिस जा रहा था, लेकिन सामने गड्ढा था. पानी भरे होने की वजह से मैं उस गड्ढे को नहीं देख पाया. मेरी पूरी गाड़ी डैमेज हो गई.
अंधेरी वेस्ट के ही रहने वाले रंजन ने बताया कि मेरे घर में पानी घुस गया है. बहुत दिक्कत हो रही है. पता नहीं प्रशासन क्या कर रहा है. हर जगह पानी ही पानी है. पता नहीं कब तक हमें इस तरह की स्थिति का सामना करना होगा.
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एसएचके/केआर