भारी बारिश से अंबाला में घरों में घुसा पानी, लोगों ने प्रशासन से लगाई गुहार

अंबाला, 1 अगस्त . हरियाणा में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है. अंबाला जिला भी बारिश से जल मग्न हो गया है. सड़कें नदियों में तब्दील हो चुकी हैं. बारिश का पानी घरों और दुकानों में घुस गया है. आम जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. लोगों को रोजमर्रा के कामों के लिए समस्या का सामना करना पड़ रहा है.स्थानीय लोगों का कहना है कि उनका जीवन नरक बन चुका है. सरकार हमें जलभराव की समस्या से छुटकारा दिलाए.

स्थानीय लोगों ने जलभराव के लिए प्रशासन को जिम्मेदार बताया. उनका कहना है कि सरकार ने जहां पानी निकासी के लिए पंप लगाए थे, वहां डीजल नहीं पहुंचा. इसकी वजह से जनरेटर नहीं चलाया जा सका. जिला प्रशासन की सारी व्यवस्था धरी की धरी रह गई.

अंबाला छावनी के रहने वाले विमल प्रकाश अग्रवाल बताया कि थोड़ी सी बारिश के बाद गोविंद नगर, रामनगर और हाउसिंग कॉलोनी में पानी भर जाता है. यहां बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो जाते हैं.

पिछले कुछ सालों में सैकड़ों लोगों ने अपने घरों को तोड़कर ऊंचा करा लिया है, ताकि उन्हें जलभराव की समस्या से निजात मिल सके. कुछ लोग अपना घर बेचकर दूसरी जगह रहने चले गए.

बारिश के बाद गोविंद नगर के पास का नाला ओवर फ्लो हो जाता है. इस नाले का पानी सड़कों और घरों में घुस जाता है. प्रशासन इस नाले के निकासी को डाइवर्ट करके जलभराव की समस्या को खत्म कर सकती है.

उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता है, तो इलाके में जलभराव की समस्या हल हो सकती है, लेकिन प्रशासन इस मामले को लेकर गंभीर नहीं है. सरकार और प्रशासन को इसकी कोई चिंता नहीं है. हमारी सरकार और प्रशासन से मांग है कि इलाके को जलभराव की समस्या से मुक्त कराया जाए. हमारा जीवन नरक बन चुका है, इस समस्या से हमें छुटकारा दिलाया जाए.

वहीं दुकानदार भी जलभराव की समस्या से काफी परेशान हैं. साड़ियों के व्यापारी रविंद्र कुमार ने बताया कि पिछले साल बारिश में करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ था. इस बार भी बारिश के बाद जलजमाव हो गया है और भारी नुकसान के आसार नजर आ रहे हैं.

अगर प्रशासन ने कुछ नहीं किया, तो कपड़ा मार्किट बारिश में डूब जाएगी. हमारी प्रशासन से मांग है कि जलजमाव की समस्या का हल निकाला जाए.

स्थानीय महिला सीमा ने बताया कि सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया है. हमें आने-जाने में काफी समस्या हो रही है. प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए. गरीब लोगों के नुकसान की भरपाई कौन करेगा ?

एसएम/