ओडिशा : उम्मीदवारों की घोषणा में देरी को लेकर बीजद और भाजपा में वाक्-युद्ध

भुवनेश्वर, 1 अप्रैल . आगामी लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की घोषणा में देरी को लेकर ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) और मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच वाक्-युद्ध शुरू हो गया है.

उम्मीदवारों की पूरी सूची घोषित नहीं करने को लेकर दोनों पार्टियों के नेताओं ने सोमवार को फिर एक-दूसरे पर निशाना साधा.

बीजद के प्रवक्ता स्वयं प्रकाश महापात्र ने कहा, “उन्होंने (भाजपा) राज्य में 80 विधानसभा सीटें जीतकर 2024 में सरकार बनाने का दावा किया था. हालाँकि, वास्तविकता यह है कि भारतीय जनता पार्टी की ओडिशा इकाई के पास 80 विधानसभा सीटों पर भी चुनाव लड़ने के लिए नेता नहीं हैं, 147 की तो बात ही छोड़ दें. इस कारण, वे एक भी विधानसभा सीट के लिए उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं कर पा रहे हैं.”

महापात्र ने आरोप लगाया कि राज्य भाजपा इकाई उन नेताओं को उम्मीदवार बना रही है जो अन्य राजनीतिक दलों से निष्कासित कर दिए गए थे या जिन्होंने पार्टी छोड़ दी है, और आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों को उम्मीदवार बना रही है.

भाजपा पर कटाक्ष करते हुए महापात्र ने कहा कि भाजपा के नेता 147 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार बनाने के लिए योग्य व्यक्तियों की तलाश में इधर-उधर भटक रहे हैं.

दूसरी ओर, वरिष्ठ भाजपा नेता गोलक महापात्र ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ बीजद अपराधियों की पार्टी है.

भाजपा नेता ने कहा, “बीजद किसी भी नेता के अपनी पार्टी छोड़ने के बाद सभी को अपराधी करार दे रही है. हमें सलाह देने की बजाय, यदि साहस है तो बीजद को पहले बाकी विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करनी चाहिए.”

बीजद ने अब तक राज्य की 147 विधानसभा सीटों में से 72 के लिए और 21 लोकसभा सीटों में से 15 के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है.

भाजपा ने सभी 21 संसदीय क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. हालाँकि, विधानसभा क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा अभी नहीं की है.

इस बीच, कांग्रेस ने अभी तक आगामी चुनावों के लिए राज्य के विधानसभा और लोकसभा दोनों क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों के नाम तय नहीं किये हैं.

कांग्रेस के दिग्गज नेता तारा प्रसाद बाहिनीपति ने सोमवार को संकेत दिया कि पार्टी एक-दो दिन में उम्मीदवारों की सूची की घोषणा कर सकती है.

राज्य में आम चुनाव के चोथे, पांचवें, छठे और सातवें चरण में 13 मई, 20 मई, 25 मईं और 1 जून को लोकसभा और संबंधित विधानसभा सीटों के लिए एक साथ मतदान होने हैं. मतगणना 4 जून को होगी.

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