सहारनपुर, 1 जनवरी . उत्तर प्रदेश के संभल में शाही जामा मस्जिद के सामने बनाई जा रही पुलिस चौकी को लेकर एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने दावा किया है कि यह चौकी पूरी तरह से अवैध है, क्योंकि इसे वक्फ बोर्ड की जमीन पर बनाया जा रहा है. इस पर सहारनपुर के मौलाना कारी इसहाक गोरा ने ओवैसी का समर्थन किया.
मौलाना कारी इसहाक गोरा ने कहा, “संभल की जामा मस्जिद के सामने बन रही पुलिस चौकी को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने इसे वक्फ की संपत्ति बताया है. हालांकि, इसमें कितनी सच्चाई है, मैं इसके बारे में निश्चित रूप से नहीं कह सकता, लेकिन मैं इतना जरूर कहूंगा कि यदि यह वक्फ की संपत्ति है, तो इसके साथ छेड़छाड़ करना या गलत तरीके से इसका इस्तेमाल करना बिल्कुल सही नहीं है. वक्फ की संपत्ति पर भ्रष्टाचार करना भी अनुचित है. यदि यह वक्फ की संपत्ति है, तो वहां पर स्कूल, कॉलेज या विश्वविद्यालय जैसी संस्थाएं बनाई जा सकती हैं, लेकिन चौकियों की जरूरत नहीं है.”
उन्होंने आगे कहा, “आजकल हम देख रहे हैं कि जगह-जगह चौकियां और थाने बन रहे हैं. सुरक्षा के लिहाज से ये जरूरी हो सकते हैं, लेकिन संभल में जिस तरीके से चौकी का निर्माण हुआ है, उसकी कोई विशेष आवश्यकता नहीं थी.”
उन्होंने कहा, “हमें यह याद रखना चाहिए कि वक्फ की संपत्ति अल्लाह की संपत्ति है, और इसके साथ छेड़छाड़ करना अल्लाह के साथ जंग करना है. यदि कोई भी व्यक्ति, चाहे वह पुलिसकर्मी हो या कोई और, वक्फ की संपत्ति का गलत इस्तेमाल करता है, तो वह अल्लाह के साथ जंग मोल ले रहा है. मैं दुआ करता हूं कि अल्लाह तबारक वतआला सभी को हिदायत दे और उन्हें सही रास्ते पर चलने की ताकत दे.”
बता दें कि एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एक बयान में कहा कि संभल की जामा मस्जिद के पास उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा बनाई जा रही चौकी वक्फ की जमीन पर बन रही है. उन्होंने यह भी कहा कि प्राचीन स्मारक अधिनियम के तहत संरक्षित स्मारकों के पास किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य प्रतिबंधित होता है. ओवैसी ने जमीन से संबंधित दस्तावेज भी सोशल मीडिया पर पोस्ट किए और पुलिस चौकी के निर्माण पर उठ रहे सवालों के बीच वक्फ की जमीन होने के दावे को लेकर कोई भी व्यक्ति सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आया.
हालांकि, संभल जिले के डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया.
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पीएसएम/एकेजे