नई दिल्ली, 14 नवंबर . ‘वक्फ (संशोधन) विधेयक-2024’ को लेकर विपक्षी राजनीतिक दलों के विरोध के बीच केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने एक बार फिर से सरकार के सकारात्मक एजेंडे को सामने रखते हुए दावा किया है कि वक्फ संपत्तियों का उपयोग शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक कल्याण के लिए किया जाएगा, जो मुस्लिम समुदाय को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
किरेन रिजिजू ने दिल्ली स्थित अपने आवास पर ‘वक्फ बिल 2024 : रिस्पेक्ट टू इस्लाम एंड गिफ्ट फॉर मुस्लिम्स’ नामक किताब का विमोचन करने के बाद मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की भी जमकर तारीफ की.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के कार्यों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि यह संगठन मुस्लिम समुदाय को समाज में न्याय, समानता और विकास के साथ जोड़े रखने और वक्फ मुद्दों पर जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. मंच का यह प्रयास अल्पसंख्यक कल्याण का नया अध्याय शुरू करेगा.
किताब के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह किताब वक्फ प्रणाली के सुधार और मुस्लिम समाज के समग्र विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. यह किताब न केवल वक्फ संपत्तियों के बेहतर प्रबंधन के लिए एक मार्गदर्शक साबित होगी, बल्कि यह मुस्लिम समाज के कल्याण और सशक्तीकरण के लिए एक उपहार के रूप में कार्य करेगी. इससे वक्फ को लेकर जागरूकता बढ़ेगी और वक्फ प्रणाली में सुधार के लिए आवश्यक कदम भी उठाए जाएंगे.
बता दें कि वक्फ बोर्ड की वर्तमान व्यवस्था में बदलाव के लिए मुस्लिम समाज के बीच जागरूकता फैलाने के मकसद से मुस्लिम बुद्धिजीवियों ने मिलकर यह किताब लिखी है, जिसमें महिला मुस्लिम बुद्धिजीवी, मुस्लिम एडवोकेट, वक्फ मामलों के जानकार और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच से जुड़े अहम नेता शामिल हैं.
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एसटीपी/एबीएम