कोचीन में 600 क्रिश्चियन परिवारों की भूमि पर वक्फ बोर्ड का दावा अवैध : भाजपा नेता अनूप एंटनी जोसेफ

तिरुवनंतपुरम, 27 सितंबर . भारतीय जनता पार्टी की केरल इकाई के नेता अनूप एंटनी जोसेफ ने क्रिश्चियन परिवारों के स्वामित्व वाली भूमि पर वक्फ बोर्ड के दावे को साजिश बताते हुए शुक्रवार को कहा कि भाजपा उन 600 परिवारों के साथ खड़ी है.

जोसेफ ने कहा कि आज जब देश भर में वक्फ बिल पर चर्चा हो रही है, ऐसे में केरल में हो रहे अन्याय के बारे में देश के लोगों को जानना बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा, “एर्नाकुलम जिले के कोचीन में 600 के करीब क्रिश्चियन परिवार रहते हैं. ऐसे इस इलाके के जमीन को वक्फ के नाम पर हथियाने की बहुत बड़ी साजिश चल रही है.”

भाजपा नेता ने कहा कि कोचीन के पास चराई नामक एक छोटे से गांव में ये 600 परिवार पीढ़ियों से रह रहे हैं. उनके पास जमीन के दस्तावेज भी हैं. दो-तीन साल पहले वक्फ बोर्ड ने उस जमीन पर दावा किया. वक्फ बोर्ड का कहना है कि यह जमीन उसकी है. क्या यह अन्याय नहीं है? पिछले 100 साल से वहां रहने वाले लोगों को वक्फ के लोग आकर बता रहे हैं कि यह जमीन उनकी नहीं है और उनके दस्तावेज अवैध हैं.

उन्होंने आरोप कहा कि आज हालात ऐसे हो गए हैं कि केरल के सिरो मालाबार चर्च और लैटिन कैथोलिक चर्च को विरोध-प्रदर्शन पर उतरना पड़ रहा है. गरीब परिवार के लोगों को विरोध-प्रदर्शन कर बताना पड़ रहा है कि यह जमीन उनकी है. यह घोर अन्याय है. वक्फ संशोधन विधेयक के समर्थन में केरल के क्रिश्चियन इसलिए खड़े हैं कि उन्होंने अन्याय सहा है.

भाजपा नेता ने कहा कि केरल की माकपा सरकार जो हमेशा समानता और न्याय की बात करती है, वोट बैंक के मद्देनजर इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है. उन्होंने कहा, “माकपा के लोग जानबूझकर इस विषय पर एक शब्द भी नहीं बोल रहे हैं. जहां यह घटना घटी है, उस इलाके के कांग्रेस सांसद दोहरा रवैया अपना रहे हैं. उन्हें इस मुद्दे पर जेपीसी (संयुक्त संसदीय समिति) के सामने अपना पक्ष मजबूती के साथ रखना चाहिए. लेकिन वह इस मुद्दे पर कोई भी कदम उठाने को तैयार नहीं हैं.”

उन्होंने आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी को इस लड़ाई में उतरना पड़ रहा है और “हम इस विरोध-प्रदर्शन में शामिल हो रहे हैं. हम उनके हक की आवाज जेपीसी के सामने उठाएंगे. जेपीसी के सामने इस विषय को ले जान की जिम्मेदारी भाजपा की है. भाजपा मुनम्बम के लोगों को न्याय दिलाने के लिए हरसंभव कदम उठाएगी”.

एकेएस/एकेजे