बीजिंग, 30 अप्रैल . चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने ब्रिक्स के सदस्य देशों और साझेदार राष्ट्रों के विदेश मंत्रियों के सम्मेलन में हिस्सा लेते हुए बहुपक्षवाद को मजबूत करने पर जोर दिया.
उन्होंने कहा कि वैश्विक समस्याओं का समाधान बहुपक्षीय सहयोग और नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था में निहित है. विस्तारित “ग्रेटर ब्रिक्स” को साझा सलाह, सामूहिक निर्माण और लाभ बांटने के सिद्धांतों पर चलते हुए अंतरराष्ट्रीय संबंधों के मूल सिद्धांतों की रक्षा करनी चाहिए. साथ ही, बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली को बचाने और एक न्यायसंगत वैश्विक शासन व्यवस्था बनाने की आवश्यकता है.
अमेरिका द्वारा वैश्विक स्तर पर लगाए जा रहे टैरिफ (आयात शुल्क) पर प्रतिक्रिया देते हुए वांग यी ने चुनौतीपूर्ण सवाल उठाए, “क्या हम दुनिया को ‘जो ताकतवर है, वही बचेगा’ वाले जंगल में लौटने देंगे? क्या एक देश के निजी हितों को सभी के साझा हितों से ऊपर रखा जा सकता है? क्या अंतरराष्ट्रीय नियमों को नजरअंदाज कर देना चाहिए? क्या समझौता करके या हार मानकर मुश्किलों से बचा जा सकता है?”
उन्होंने सवाल किया कि क्या दुनिया को एकध्रुवीय आधिपत्य स्वीकार करना चाहिए या समानता पर आधारित बहुध्रुवीय व्यवस्था को अपनाना चाहिए.
वांग यी ने स्पष्ट किया कि समय पीछे नहीं जाता और न्याय लोगों के दिलों में बसता है. उन्होंने कहा कि व्यापार युद्ध के मामले में चीन का रुख स्पष्ट है, “अगर लड़ाई थोपी जाती है, तो चीन अंत तक लड़ेगा. अगर बातचीत का रास्ता चुना जाता है, तो समानता और सम्मान का आधार जरूरी है.”
उन्होंने जोर देकर कहा कि चीन न केवल अपने हितों, बल्कि सभी देशों के साझा हितों की रक्षा करता है. चीन आपसी लाभ वाले सहयोग, अंतरराष्ट्रीय नियमों के पालन, राष्ट्रीय गरिमा और वैश्विक समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि चीन का लक्ष्य न सिर्फ अपना भविष्य सुरक्षित करना है, बल्कि पूरी दुनिया के लिए बेहतर कल की नींव रखना है.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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