‘वागले की दुनिया’ के कलाकारों ने गुड़ी पड़वा की पुरानी यादें ताजा कीं

मुंबई, 9 अप्रैल . ‘वागले की दुनिया : नई पीढ़ी नए किस्से’ के कलाकार सुमीत राघवन, भारती आचरेकर और चिन्मयी साल्वी ने गुड़ी पड़वा के जुड़ी परंपराओं और अनुभवों के बारे में खुलकर बात की.

शो में राजेश वागले की भूमिका निभा रहे सुमीत ने कहा, ”हम परंपरागत रूप से इस दिन श्रीखंड पुरी का आनंद लेते हैं. ये त्यौहार हमारे लिए बहुत महत्व रखता है. यह खुशियां लेकर आता है. जिस क्षेत्र में मैं रहता हूं, वहां मराठी संस्कृति पनपती है. पारंपरिक जुलूस और ढोल की लयबद्ध थाप उत्सव की भावना को बढ़ा देती है.”

शो में राधिका वागले की भूमिका निभाने वाली भारती ने कहा, “बचपन में हम गुड़ी पड़वा बहुत उत्साह से मनाते थे. यह दिन हमारे लिए बहुत महत्व रखता है और यह बहुत शुभ माना जाता है. जब मैं छोटी थी, मेरी दादी ‘कदुनीम की चटनी’ नामक एक पौष्टिक व्यंजन बनाती थीं. ऐसा माना जाता था कि अगर गुड़ी पड़वा पर इसका सेवन किया जाए तो यह पूरे साल स्वास्थ्य अच्छा रहता है. हम पूरन पोली भी बनाते हैं और एक साथ इसका आनंद लेते हैं.”

सखी की भूमिका निभाने वाली चिन्मयी ने कहा, “गुड़ी पड़वा एक प्रिय त्योहार है, जहां परिवार एक साथ मिलकर अपने घरों में सुंदर गुड़ी बनाते हैं और उनकी पूजा करते हैं. गुड़ी नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा और हमारे जीवन में समृद्धि का स्वागत करने का प्रतीक है. इस शुभ दिन मेरे पसंदीदा भोजन आमरस पुरी और श्रीखंड हैं.”

उन्‍होंने कहा, “उत्सव की शुरुआत गुड़ी की सजावट और पानी में नीम की पत्तियां डालकर स्नान के साथ होती है, जिसे शुद्धिकरण कहा जाता है. मुझे अपने कॉलेज के दिनों के दौरान नौवारी साड़ी पहनना, अपने पड़ोस में जुलूस में भाग लेना और गुड़ी पड़वा कार्यक्रमों में कथक करना याद है.”

चिन्मयी ने कहा कि परिवार के साथ बिताया गया समय, अच्छे भोजन का आनंद लेना और नए साल का आगमन मेरी सबसे अच्छी यादें हैं.

‘वागले की दुनिया’ सोनी सब पर प्रसारित होता है.

एमकेएस/एसजीके