आंध्र प्रदेश में विधानसभा, लोकसभा के लिए वोटिंग जारी; सीएम जगन, चंद्रबाबू नायडू ने वोट डाला

अमरावती, 13 मई . आंध्र प्रदेश में राज्य की सभी 175 विधानसभा सीटों और 25 लोकसभा सीटों पर एक साथ सोमवार सुबह सात बजे से मतदान शुरू हो चुका है.

मुख्यमंत्री और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के प्रमुख वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी और तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू ने मतदान केंद्र पहुंचकर वोट डाला.

जगन मोहन रेड्डी ने वाईएसआर कडप्पा जिले के पुलिवेंदुला में अपना वोट डाला. वहीं चंद्रबाबू नायडू ने गुंटूर जिले के उंदावल्ली में अपने मताधिकार का प्रयोग किया.

वोटिंग शुरू होने के बाद मतदान केंद्रों पर लोगों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं. वोटिंग के लिए 46,389 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं जिन पर 4.14 करोड़ से अधिक वोटर 2,841 उम्मीदवारों की राजनीतिक किस्मत का फैसला करेंगे.

मुख्यमंत्री और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष वाईएस जगन मोहन रेड्डी, पूर्व मुख्यमंत्री और तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू, जन सेना नेता और अभिनेता पवन कल्याण 175 विधानसभा सीटों के लिए 2,387 उम्मीदवार मैदान में हैं.

वहीं, 25 लोकसभा सीटों के लिए 454 उम्मीदवार मैदान में हैं. इनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री और प्रदेश भाजपा प्रमुख डी. पुरंदेश्वरी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष वाई.एस. शर्मिला रेड्डी और पूर्व मुख्यमंत्री एन. किरण कुमार रेड्डी प्रमुख चेहरे हैं.

शांतिपूर्ण और सुचारू वोटिंग प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए 1.14 लाख पुलिसकर्मियों समेत लगभग 5.26 लाख कर्मियों को तैनात किया गया है.

राज्य के 175 में से 169 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान शाम छह बजे तक होगा. वामपंथी उग्रवादी (एलडब्ल्यूई) प्रभावित क्षेत्रों अराकू, पदेरु और राम्पचोदावरम में मतदान शाम चार बजे समाप्त हो जाएगा, जबकि तीन अन्य वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों पलाकोंडा, कुरुपम और सलूर में यह शाम पांच बजे समाप्त होगा.

वर्ष 2019 के चुनाव में राज्य में 79.84 फीसदी मतदान हुआ था. अधिकारियों को इस बार मतदान 83 फीसदी तक जाने की उम्मीद है.

कुल 46,389 मतदान केंद्रों में से 12,438 को संवेदनशील घोषित किया गया है.

चुनाव अधिकारियों ने 34,651 मतदान केंद्रों पर मतदान प्रक्रिया की वेबकास्टिंग की व्यवस्था की है.

कुल 1.6 लाख इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें (ईवीएम) तैनात की गई हैं.

सुरक्षा-व्यवस्था के तहत 1.14 लाख पुलिस कर्मियों के अलावा केंद्रीय बलों की 295 कंपनियां भी तैनात की गई हैं.

एफजेड/एकेजे