अमरावती, 13 मई आंध्र प्रदेश में सोमवार को राज्य विधानसभा और लोकसभा के लिए एक साथ हुए चुनाव में हिंसा की छिटपुट घटनाओं के कारण मतदान प्रभावित हुआ.
सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) और विपक्षी तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के समर्थकों के बीच कुछ स्थानों पर झड़प हुई. हिंसा के कारण कुछ मतदान केंद्रों पर कुछ समय के लिए मतदान बाधित हुआ.
गुंटूर जिले के तेनाली में वाईएसआरसीपी विधायक और विधानसभा चुनाव के उम्मीदवार ए. शिवकुमार ने एक मतदान केंद्र पर एक मतदाता पर हमला किया. वाईएसआरसीपी विधायक के कथित तौर पर कतार में आगे जाने पर मतदाता ने आपत्ति जताई. इस पर दोनों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई. इस दौरान वाईएसआरसीपी नेता ने उसे थप्पड़ मार दिया. इस पर मतदाता ने भी विधायक पर पलटवार किया, तो विधायक के समर्थकों ने उसकी पिटाई कर दी. इस बीच वहां भगदड़ मच गई. पुलिस ने हस्तक्षेप कर स्थिति को नियंत्रित किया.
चुनाव आयोग ने घटना को गंभीरता से लेते हुए मतदान पूरा होने तक शिवकुमार को घर में नजरबंद रखने का आदेश दिया.
उधर, वईएसआरसीपी ने कहा कि टीडीपी कार्यकर्ताओं द्वारा महिला मतदाताओं को परेशान किए जाने की सूचना मिलने के बाद शिवकुमार मतदान केंद्र पर गए थे. इसमें आरोप लगाया गया कि टीडीपी कार्यकर्ताओं ने शिवकुमार के साथ भी दुर्व्यवहार किया, इसके कारण झड़प हुई.
अनंतपुर में ताड़ीपत्री में भी तनाव व्याप्त हो गया. वाईएसआरसीपी और टीडीपी के समर्थक एक मतदान केंद्र के पास आपस में भिड़ गए. दोनों गुटों ने एक-दूसरे पर पथराव किया. पथराव में बीएसएफ का एक जवान घायल हो गया.
दोनों पार्टियों ने हिंसा की घटनाओं के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया है.
इस बीच टीडीपी ने कई जगहों पर हुई हिंसा को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की है. इसमें दावा किया गया कि वाईएसआरसीपी द्वारा की गई हिंसा के कारण कई मतदाता वोट डाले बिना ही चले गए.
टीडीपी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कहा कि मतदान के दौरान राज्य में हिंसा की 120 से अधिक घटनाएं हुईं. उन्होंने आरोप लगाया कि सभी स्थानों पर वाईएसआरसीपी कार्यकर्ताओं ने हिंसा की और पुलिस ने पक्षपात किया.
टीडीपी ने आरोप लगाया कि धांधली का विरोध करने पर वाईएसआरसीपी कार्यकर्ताओं ने तिरुपति में टीडीपी और जन सेना कार्यकर्ताओं पर हमला किया.
श्री सत्य साईं, गुंटूर, पलनाडु, कोनासीमा, मधुरवाड़ा, नेल्लोर और अन्य जिलों से हिंसा की घटनाएं सामने आईं.
चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों के लिए भी कोई सुरक्षा नहीं थी.
दूसरी ओर, वाईएसआरसीपी ने आरोप लगाया कि ओंगोल निर्वाचन क्षेत्र में एक मतदान केंद्र पर टीडीपी के लोगों ने वाईएसआरसीपी के एक कार्यकर्ता पर हमला कर उसे घायल कर दिया.
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