पटना, 28 जुलाई . मतदाता पुनरीक्षण का मामला Supreme court में लंबित होने के बीच भाजपा नेता दिलीप जायसवाल ने इसे लेकर चल रहे विवाद को राजनीतिक हंगामा करार दिया. उन्होंने समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा कि Supreme court ने स्पष्ट किया है कि किसी भी मतदाता को उसका मतदान का अधिकार मिलना चाहिए.
साथ ही, चुनाव आयोग ने भी आश्वासन दिया है कि किसी भी मतदाता को तब तक वंचित नहीं किया जाएगा, जब तक उसे पूरा समय और अवसर न दिया जाए.
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग केवल उन मतदाताओं को सूची से हटाएगा, जिनकी मृत्यु हो चुकी है, जो दो जगहों पर मतदाता सूची में दर्ज हैं या जिनका पता नहीं चल रहा है.
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कई गांवों में लोग बताते हैं कि कुछ नाम सूची में हैं, लेकिन वे वहां रहते ही नहीं. चुनाव आयोग ऐसी ही विसंगतियों को ठीक करने का प्रयास कर रहा है.
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इस मुद्दे पर हंगामा करना और चुनाव आयोग के खिलाफ माहौल बनाना राजनीतिक चाल है. अभी तक एक भी मतदाता ने इस मुद्दे पर आंदोलन नहीं किया है.
उन्होंने सवाल उठाया कि जब अगस्त में मतदाता सूची के लिए अंतिम अवसर दिया जाएगा, तब यदि कोई शिकायत होती है, तो उसका कारण समझा जा सकता है. लेकिन, अभी बिना कारण के हंगामा करना उचित नहीं है.
जायसवाल ने कहा कि Supreme court इस मामले की पूरी निगरानी कर रहा है और जब तक मामला लंबित है, तब तक बेवजह विवाद खड़ा करना ठीक नहीं है. उन्होंने इसे “राजनीतिक फंडा” बताते हुए कहा कि कुछ लोग बिना काम के ऐसे मुद्दों को हवा देते हैं. यह कोई डर या लालच का मामला नहीं, बल्कि केवल राजनीतिक लाभ के लिए उठाया गया शोर है.
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एसएचके/एबीएम