बिहार में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ रही फ्लॉप, राहुल गांधी का चेहरा हुआ बेनकाब : गिरिराज सिंह

New Delhi, 6 सितंबर . Union Minister गिरिराज सिंह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और जम्मू-कश्मीर के हजरतबल दरगाह में अशोक स्तंभ को क्षतिग्रस्त किए जाने की घटना पर तीखा हमला बोला है.

उन्होंने राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ को बिहार के लिए अपमानजनक करार दिया और कहा कि यह यात्रा बिहार और संविधान का अपमान करने वाली थी.

उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने इस यात्रा में डीएमके नेता स्टालिन को साथ लिया, जो कथित तौर पर हिंदुओं और बिहारियों का अपमान करते हैं. यात्रा के दौरान Prime Minister Narendra Modi पर भी निशाना साधा गया, जिससे बिहार की जनता का अपमान हुआ. जनता सब देख रही है और आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में इनको सबक सिखाने का काम करेगी.

गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव के बीच सियासी रिश्तों पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने तेजस्वी यादव के लिए Chief Minister पद की सिफारिश नहीं की, जिससे लालू यादव का अपने बेटे को बिहार का Chief Minister बनाने का सपना चकनाचूर हो गया. इस यात्रा ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के वास्तविक चेहरों को बेनकाब कर दिया हैं.

दूसरी ओर, जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में हजरतबल दरगाह के पास Friday को ईद-ए-मिलाद के मौके पर एक विवादास्पद घटना घटी. यहां अशोक स्तंभ वाली एक नवनिर्मित शिलापट्ट को कुछ लोगों ने तोड़ दिया. जुमे की नमाज के बाद भीड़ ने वक्फ बोर्ड के खिलाफ नारेबाजी की और पत्थरबाजी भी की. इस घटना ने क्षेत्र में तनाव पैदा कर दिया और राजनीतिक विवाद को जन्म दिया. Union Minister गिरिराज सिंह ने इस घटना की कड़ी निंदा की और इसे संविधान, बाबासाहेब अंबेडकर और भारत का अपमान बताया.

उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में फारूक अब्दुल्ला की नेशनल कॉन्फ्रेंस और राहुल गांधी की कांग्रेस, जो इंडी गठबंधन का हिस्सा हैं, पहले भी विधानसभा में संविधान का अपमान कर चुके हैं. हजरतबल में अशोक स्तंभ को तोड़ना केवल एक स्मारक को नुकसान पहुंचाने की घटना नहीं, बल्कि यह भारत के संवैधानिक मूल्यों और बाबासाहेब के योगदान का अपमान है.

उन्होंने इंडी गठबंधन पर इस मुद्दे पर चुप्पी साधने का आरोप लगाते हुए कहा कि ये दल संविधान और गांधी के नाम पर केवल दिखावा करते हैं. लेकिन सच्चाई यह है कि ऐसे लोगों का चेहरा बेनकाब हो चुका हैं.

एकेएस/जीकेटी