मुंबई, 15 अप्रैल . निर्माता-निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर बंगाली नववर्ष पोइला बैसाख की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने मां काली से प्रार्थना की कि बंगाल दूसरा कश्मीर न बने और वहां शांति और सद्भाव आए.
बंगाली नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए विवेक रंजन ने कैप्शन में लिखा, “इस पोइला बैसाख पर मैं मां काली को नमन करता हूं और प्रार्थना करता हूं कि बंगाल में शांति और सद्भाव बहाल हो.”
अग्निहोत्री ने कैप्शन में देश के युवाओं को भी संदेश दिया. उन्होंने लिखा, “मैं युवाओं से साहस और बुद्धि के साथ आगे बढ़ने और भारतीय पुनर्जागरण का नेतृत्व करने का आग्रह करता हूं, ताकि बंगाल कभी भी दूसरा कश्मीर न बन सके. शुभो नोबो बोरशो.”
शेयर पोस्ट में विवेक देवी काली की तस्वीर वाली एक आकर्षक पृष्ठभूमि के सामने खड़े दिखाई दे रहे हैं.
पोइला बैसाख या बंगाली नववर्ष के पहले दिन को बंगाली समुदाय खुशी, सांस्कृतिक गौरव और उत्साह के साथ मनाते हैं.
इससे पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट शेयर कर अग्निहोत्री ने पश्चिम बंगाल सरकार की आलोचना की थी और कहा था, “बंगाल मिनी कश्मीर बनने की कगार पर खड़ा है.”
विवेक ने लिखा, “सावधान, ममता बनर्जी सरकार के नेतृत्व वाले पश्चिम बंगाल के बारे में चिंतित होने के कारण सामने आ चुके हैं. पहला, बंगाल में सरकार द्वारा प्रायोजित डेमोग्राफिक परिवर्तन वास्तविक है. दूसरा, डेमोग्राफिक परिवर्तन के कारण बंगाल का विभाजन 1905 में सांप्रदायिक आधार पर हुआ था. तीसरा, ‘डायरेक्ट एक्शन डे’ पर 40 हजार हिंदुओं की हत्या की गई और इसकी वजह थी डेमोग्राफी. नोआखली में हजारों हिंदुओं की हत्या की गई और महिलाओं का बलात्कार किया गया और जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया और ये भी डेमोग्राफी की वजह से हुआ.”
उन्होंने आगे लिखा, “डेमोग्राफिक परिवर्तन के कारण रक्तरंजित और बर्बर विभाजन हुआ. बंगाल में सभी को पता है कि कुछ राजनीतिक माफियाओं के पास डेमोग्राफी को बदलने और ममता सरकार और ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के सहयोग की वजह से उनके पास वोट बैंक बदलने का ठेका भी है. एक बार फिर, बंगाल मिनी कश्मीर बनने की कगार पर खड़ा है.”
वर्कफ्रंट की बात करें तो विवेक रंजन अग्निहोत्री की अपकमिंग फिल्म ‘द दिल्ली फाइल्स: बंगाल चैप्टर’ 1946 के कोलकाता दंगों पर केंद्रित है.
फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती के साथ अनुपम खेर, गोविंद नामदेव, पुनीत इस्सर, बब्बू मान और पालोमी घोष भी अहम भूमिकाओं में हैं. फिल्म का निर्माण अभिषेक अग्रवाल और पल्लवी जोशी ने किया है. तेज नारायण अग्रवाल और आई एम बुद्धा प्रोडक्शंस के सहयोग से फिल्म बनी है.
फिल्म इस साल 15 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए तैयार है.
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एमटी/एबीएम