‘विष्णु’ न गन चलाता, न डायलॉग मारता है… प्रतीक गांधी ने गिनाई ‘सारे जहां से अच्छा’ के किरदार की खूबी

Mumbai , 12 अगस्त . नेटफ्लिक्स की नई स्पाई सीरीज ‘सारे जहां से अच्छा’ 13 अगस्त को रिलीज होगी. सीरीज जासूसी थ्रिलर को नए तरीके से पेश करती है, जिसमें एक्शन और हथियारों की जगह दिमाग से काम लेता है. इस सीरीज में प्रतीक गांधी मुख्य भूमिका में हैं.

सीरीज में प्रतीक के किरदार का नाम विष्णु शंकर है, जो एक जासूस है. अभिनेता कहते हैं, “विष्णु कोई गन चलाने वाला या डायलॉगबाजी करने वाला हीरो नहीं है. वह दिमाग और संयम से काम करता है. जैसे ही आप बंदूक उठाते हैं, आप पहले ही हार चुके होते हैं.”

प्रतीक ने बताया कि विष्णु का किरदार निभाना आसान नहीं, बल्कि चुनौतियों से भरा था, क्योंकि यह किरदार कर्तव्य और नैतिकता के बीच उलझा रहता है. उन्होंने बताया, “वह चुप रहता है, हमेशा सोचता रहता है. मुझे अपनी भूमिका के लिए 100 प्रतिशत देना था. मुझे पूरी तरह किरदार में डूबना था बस.”

अभिनेता ने किरदार की खासियत भी बताई. उन्होंने कहा, “इसका अकेलापन और उलझन कैरेक्टर को इंटेंस बनाता है. यह ऐसी अकेली स्पाई लाइफ है, जहां आपको हर कदम होशियारी से बढ़ाना है. यह अकेलापन आपके साथ रह जाता है.”

‘सारे जहां से अच्छा’ एक ऐसी स्पाई स्टोरी है, जिसमें हर फैसले का गहरा असर होता है और चुप्पी अक्सर शोर से ज्यादा बोलती है. प्रतीक को उम्मीद है कि यह जमीनी कहानी दर्शकों को पसंद आएगी. सीरीज में प्रतीक गांधी के साथ सनी हिंदुजा, रजत कपूर, सुहैल नायर, तिलोत्तमा शोम, कृतिका कामरा और अनूप सोनी जैसे शानदार कलाकार भी हैं.

यह सीरीज खुफिया तंत्र को भावनात्मक गहराई के साथ पेश करती है, जहां हर कदम और फैसले का वजन होता है.

‘सारे जहां से अच्छा’ एक रोमांचक सीरीज है, जो रॉ एजेंट विष्णु शंकर की कहानी पेश करती है. 1970 के दशक की पृष्ठभूमि पर आधारित यह सीरीज भारत की रॉ और पाकिस्तान की आईएसआई के बीच खुफिया जंग को दिखाती है. उस दौर में हर कदम पर वैश्विक परमाणु युद्ध का खतरा मंडरा रहा था.

सीरीज का निर्माण गौरव शुक्ला और भवेश मंडालिया के क्रिएटिव प्रोडक्शन ने बॉम्बे फेबल्स के बैनर तले किया है. ‘सारे जहां से अच्छा’ का प्रीमियर स्वतंत्रता दिवस से ठीक पहले 13 अगस्त को नेटफ्लिक्स पर होगा.

एमटी/केआर