नई दिल्ली, 20 दिसंबर . संसद परिसर में 19 दिसंबर को हुए धक्का-मुक्की मामले में जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा है कि यह हिंसा सिर्फ सांसदों के खिलाफ नहीं थी, बल्कि लोकतंत्र के खिलाफ थी. संविधान की मर्यादाएं तोड़ी गईं. यह लोकतंत्र के लिए शर्मनाक दिन था. जब देश आजादी और संविधान के 75 साल पूरे होने का जश्न मना रहा है, तब ऐसी शर्मनाक घटनाओं ने संसद का अपमान किया है.
राहुल गांधी पर एफआईआर मामले में उन्होंने कहा कि मैं इन सब चीजों को ज्यादा महत्व नहीं देता हूं. ओम प्रकाश चौटाला के निधन पर जेडीयू नेता ने कहा है कि वह किसान राजनीति के प्रतीक थे. हरियाणा के किसान गौरव के प्रतीक थे. उनके निधन से आज किसान राजनीति अनाथ हो गई है. हरियाणा की राजनीति में एक खालीपन आ गया है.
बता दें कि ओमप्रकाश चौटाला के निधन पर हरियाणा में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है. हरियाणा सरकार की तरफ से जारी आधिकारिक आदेश के अनुसार, प्रदेश में 20 से 22 दिसंबर तक राजकीय शोक रहेगा. 21 दिसंबर को प्रदेश में एक दिन की छुट्टी की घोषणा की गई है. इसके अलावा 20-22 दिसंबर तक प्रदेश में कोई सरकारी मनोरंजन कार्यक्रम नहीं होगा. 21 दिसंबर को राजकीय सम्मान के साथ पूर्व सीएम का अंतिम संस्कार होगा.
ओमप्रकाश चौटाला ने शुक्रवार को गुरुग्राम में अपने आवास पर अंतिम सांस ली. वह कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे. चौटाला के निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी, प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा समेत कई नेताओं ने दुख जताया.
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने एक्स पर लिखा, “इनेलो सुप्रीमो एवं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला का निधन अत्यंत दुःखद है. मेरी ओर से उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि. उन्होंने प्रदेश और समाज की सेवा की. देश व हरियाणा प्रदेश की राजनीति के लिए यह अपूरणीय क्षति है.
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