New Delhi, 8 अगस्त . विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने चुनाव आयोग के खिलाफ बयानबाजी करने वाले नेताओं पर कार्रवाई की मांग की है. वीएचपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने आरोप लगाए कि चुनाव आयोग पर सवाल उठाकर मतदाताओं को भ्रमित करने का कुचक्र रचा जा रहा है. उन्होंने चुनाव आयोग पर विपक्ष के हमलों की निंदा की.
विनोद बंसल ने Friday को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “कुछ राजनैतिक दल और उनके नेताओं की ओर से विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की प्रमुख आधार संस्था चुनाव आयोग पर लगातार किए जा रहे झूठे हमले बेहद निंदनीय हैं.”
उन्होंने आगे लिखा, “अब समय आ गया है कि चुनाव आयोग को इनके विरुद्ध न सिर्फ First Information Report दर्ज कराकर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए, बल्कि हमारी पारदर्शी लोकतांत्रिक व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लगाकर मतदाताओं के मतों को भ्रमित करने का कुचक्र रचने वाले इन तत्वों की मान्यता रद्द करने पर भी विचार करना चाहिए.” उन्होंने पोस्ट में कहा कि ऐसा करने से हमारी संवैधानिक व्यवस्थाओं के प्रति देशवासियों का विश्वास भी दृढ़ होगा और मतदाताओं को झूठ व दुष्प्रचार के मकड़जाल में फांसने के इनके षड्यंत्रों पर भी अंकुश लग सकेगा.
वीएचपी प्रवक्ता की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है, जब बिहार में चुनावों से पहले एसआईआर प्रक्रिया चल रही है, जिसके खिलाफ पूरा विपक्ष आंदोलनरत है. विपक्ष एसआईआर प्रक्रिया को ‘वोट-चोरी’ बता रहा है. कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल के नेता लगातार चुनाव आयोग पर सवाल उठा रहे हैं. यहां तक कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने Thursday को कुछ तथाकथित मतदाता सूचियों का जिक्र करते हुए चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए थे.
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, “वोट-चोरी सिर्फ एक चुनावी घोटाला नहीं, ये संविधान और लोकतंत्र के साथ किया गया बड़ा धोखा है.” उन्होंने चुनाव आयोग पर आरोप लगाए कि सीसीटीवी का डेटा हमें नहीं दिया. इलेक्ट्रोनिक वोटर लिस्ट भी आयोग ने नहीं दी. उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग और भाजपा मिलकर इलेक्शन चोरी कर रहे हैं.”
इसके अलावा, राजद नेता तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग को “चुप्पा आयोग” बताया. उन्होंने कहा कि भाजपा के आदेश का पालन करने के चक्कर में चुनाव आयोग “चुप्पा आयोग” हो गया है.
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डीसीएच/