पटना, 27 जून . बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने राजद नेता तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला है. तेजस्वी यादव के कलम बांटने की पहल पर विजय सिन्हा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि तेजस्वी और उनके माता-पिता की वजह से बिहार का युवा अपराध की ओर बढ़ा था.
उन्होंने सवाल उठाया, “तेजस्वी यादव, आप क्यों नहीं घोषणा करते कि आप किसी अपराधी या भ्रष्टाचारी को टिकट नहीं देंगे? सिर्फ पेन चलाने और रखने वालों को ही टिकट देंगे. क्या आपके पास इतनी हिम्मत है? तेजस्वी यादव का यह कदम युवाओं को गुमराह करने वाला है और यह केवल दिखावा है. अराजकता और जंगलराज की पाठशाला में पढ़ने वाले कलाकारों का यह समूह, जिसका नेतृत्व कोई और नहीं बल्कि लालू यादव कर रहे हैं, टिप्पणी करने लायक भी नहीं है.”
विजय कुमार सिन्हा ने तेजस्वी के नेतृत्व और उनके परिवार की सियासी विरासत पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का इतिहास अपराध और भ्रष्टाचार से भरा है, जिसके कारण बिहार में युवाओं का भविष्य खतरे में पड़ गया था. बिहार की जनता को अब ऐसी राजनीति की जरूरत नहीं है, जो केवल वादों तक सीमित रहे.
बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के फैसले का स्वागत करते हुए उन्होंने कांग्रेस, राजद और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के विरोध पर निशाना साधा.
उन्होंने कहा, “राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को इस फैसले से बेचैनी क्यों हो रही है? अगर आयोग पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करना चाहता है, तो इसमें गलत क्या है? विपक्ष लोकतंत्र के खिलाफ काम करने में लगा हुआ है. ये लोग परिवारवाद और सत्ता के हितों को बढ़ावा देने में लगे हैं. चुनाव आयोग का यह कदम बिहार में निष्पक्ष चुनावी प्रक्रिया को मजबूत करेगा.”
उन्होंने तेजस्वी यादव के बिहार की जनता से 20 महीने का समय मांगने पर कहा, “ये व्यक्ति 20 दिन में ही बिहार को जंगलराज और गुंडाराज में बदल देगा. जिसके मन में अराजकता हो और जो जंगलराज की पाठशाला में पढ़ा हो, वह कभी सुशासन नहीं ला सकता. लालू यादव के नेतृत्व को बिहार की जनता ने देखा है. उनका कार्यकाल अराजकता से भरा था. बिहार की जनता अब ऐसी सियासत को नकार चुकी है और विकास के साथ सुशासन को प्राथमिकता दे रही है.”
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एकेएस/एबीएम