चेन्नई, 3 नवंबर . एक्टर से राजनेता बने तमिल सुपरस्टार विजय ने रविवार को यहां पार्टी मुख्यालय में तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) के पदाधिकारियों के साथ एक बैठक की.
सूत्रों के अनुसार, यह बैठक दिसंबर से शुरू होने वाले विजय के आगामी राज्यव्यापी दौरे के रोडमैप को अंतिम रूप देने के मद्देनजर आयोजित की गई थी.
टीवीके सूत्रों ने बताया कि विजय ने अपने करीबी विश्वासपात्र और पार्टी महासचिव बुस्सी आनंद, जो पुडुचेरी के पूर्व विधायक हैं, सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ निजी तौर पर चर्चा की.
विजय की यात्रा 2 दिसंबर को कोयंबटूर से शुरू होकर 27 दिसंबर को तिरुनेलवेली में एक बड़ी सार्वजनिक सभा के साथ समाप्त होने की उम्मीद है.
यात्रा के दौरान विजय का लक्ष्य तमिलनाडु भर में लोगों से जुड़ना, अपने एजेंडे को साझा करना और जनता की राय जानना है.
बैठक में कथित तौर पर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी नाम तमिलर काची (एनटीके) के नेता सीमन का मुकाबला करने की रणनीतियों पर भी चर्चा हुई, जिन्होंने विजय की आलोचना की थी.
उन्होंने पिछले सप्ताह विक्कारावंडी में एक रैली में अपनी नई पार्टी की विचारधारा को द्रविड़ और तमिल राष्ट्रवाद का मिश्रण बताया था.
तमिल राष्ट्रवाद के कट्टर समर्थक सीमन ने कहा था, “यह बहुत गलत है. आप या तो उस तरफ खड़े हो जाओ या इस तरफ. बीच में खड़े होने से कुचले जाने का खतरा है.”
उन्होंने तर्क दिया, “जो लोग वास्तव में तमिल राष्ट्रवाद के लिए प्रतिबद्ध हैं, उन्हें अक्सर व्यक्तिगत बलिदान का सामना करना पड़ता है, यहां तक कि परिवार को भी.” उन्होंने विजय पर राजनीतिक दिखावा करने का आरोप लगाया.
सीमन ने पहले भी तमिल राष्ट्रवाद, भाषा और संस्कृति के विपरीत द्रविड़वाद की निंदा की है.
विक्कारावंडी में विजय की रैली में तीन लाख से अधिक लोग शामिल हुए, जिसे तमिलनाडु की राजनीति में एक बड़े सियासी घटनाक्रम के तौर पर देखा जा रहा है.
रैली के दौरान उन्होंने राज्य में सत्तारूढ़ द्रमुक और भाजपा दोनों की आलोचना की और भाजपा को अपना वैचारिक विरोधी और द्रमुक को राजनीतिक विरोधी बताया.
विजय ने द्रमुक पर परिवार केंद्रित पार्टी होने का आरोप लगाया जो निजी लाभ के लिए “द्रविड़” पहचान का शोषण करती है, जबकि भाजपा की “विभाजनकारी राजनीति” की निंदा की.
जवाब में द्रमुक नेता और राज्य के कानून मंत्री एस. रघुपति ने विजय और टीवीके को भाजपा की “सी टीम” करार दिया.
भाजपा के तमिलनाडु प्रवक्ता ए.एन.एस. प्रसाद ने सुझाव दिया कि विजय को राजनीतिक भावनाएं भड़काने की बजाय लोगों के कल्याण को प्राथमिकता देनी चाहिए.
उन्होंने विजय को अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू करते समय भाजपा सहित विभिन्न राजनीतिक गुटों से मिले समर्थन को स्वीकार करने के लिए भी प्रोत्साहित किया.
विजय की राजनीतिक पहचान तब से बढ़ रही है, जब से उनके फैन क्लब ‘ऑल इंडिया थलपति विजय मक्कल इयक्कम’ ने 2021 के तमिलनाडु स्थानीय निकाय चुनावों में 169 सीटों में से 115 सीटें जीतीं.
इसके विपरीत कमल हासन की मक्कल नीधि मैयम और सीमन की एनटीके पार्टी को कोई सीट नहीं मिली. इस सफलता ने तमिलनाडु के राजनीतिक परिदृश्य में विजय के बढ़ते प्रभाव को और मजबूत कर दिया है.
–
एकेएस/एकेजे