घर पर सो रहे युवक को सिविल ड्रेस में आए पुलिसकर्मी सुबह 4 बजे जबरदस्ती उठाकर ले गए. युवक की पत्नी चिल्लाने लगी तो धक्का देकर गिरा दिया और बाहर से गेट लॉक लगाकर बंद कर दिया. युवक को थाने ले जाकर जमकर मारपीट की, इससे उसके हाथ-पैर में सूजन आ गई. यह कहना है पीड़ित युवक जोगाराम पुत्र चुतराराम निवासी गोदारों की ढाणी कानोड़ का. पीड़ित ने बाड़मेर जिले की गिड़ा पुलिस पर आरोप लगाए है. पीड़ित का आरोप है कि थाने में हुक से लटकाकर मारपीट की. शुक्रवार को पीड़ित एसपी के सामने पेश हुआ. वहीं, पुलिस का कहना है कि मंदिर में चोरी का मुकदमा दर्ज है, उस मामले में शक के आधार पर पूछताछ के लिए थाने लाए थे, ऑन रेकर्ड पूछताछ हुई है.

पीड़ित जोगाराम का कहना है कि 7 मार्च की सुबह 4 बजे एक स्कार्पियो गाड़ी घर के आगे आकर रूकी और 7-8 लोग गाड़ी से उतरे और दरवाजा खड़खड़ाने लगे, गेट खोलने पर जबरदस्ती घर के अंदर घुसे. मुझे घसीटते हुए बाहर ले जाकर गाड़ी में डाल दिया. इसके बाद मुझे सीधे गिड़ा थाना लेकर आए. वहां पर पुलिसकर्मियो ने हाथ-पैर बांधकर पंखे के हुक से लटका दिया. तीन-चार घंटे तक जमकर पट्टो से पीटते रहे और बेहोश हो गया. पीड़ित का कहना है कि मंदिर चोरी को लेकर पूछताछ कर रहे थे. चिल्लाता रहा और उसकी किसी ने नहीं सुनी. पीड़ित का आरोप है कि 22500 रुपए भी छीन लिए. इसके बाद ग्रामीणों के पहुंचने पर उसे छोड़ दिया. पीड़ित शुक्रवार शाम को एसपी से मिला है और निष्पक्ष जांच व कार्रवाई की मांग की है.

एसपी दिगंत आनंद के मुताबिक परिवादी मिलते है. यह मामला मेरी जानकारी में नहीं है. अगर ऐसा कोई प्रकरण मेरे सामने आया है तो उसकी जांच के लिए आदेश दिए होंगे.
पीड़ित बोला- पत्नी बचाने आई तो धक्का देकर गिरा कर बंद कर दिया
पीड़ित के मुताबिक पुलिसकर्मी जब मुझे घर से उठाकर रवाना हुए तो मेरी पत्नी बीच-बचाव करने आई तो कांस्टेबल ने धक्का देकर नीचे गिरा दिया और वह चिल्लाने लगी तो उसे कमरे में बंद कर दिया. हालाकि सुबह होने पर ग्रामीण पीड़ित के घर पहुंचे और उसे बाहर निकाला. ग्रामीणों ने बताया कि गांव के मंदिर में 22 फरवरी को चोरी की घटना हुई थी, उसका खुलासा नहीं हुआ है. इसकी खुन्नस निकालने के इसके साथ बेवजह बेहरमी से मारपीट की गई.