पहलगाम आतंकी हमले के ख‍िलाफ विहिप और बजरंगदल के कार्यकर्ता 25 अप्रैल को करेंगे राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन : विनोद बंसल

नई दिल्ली, 23 अप्रैल . जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को पर्यटकों पर आतंकी हमला हुआ. इस आतंकी हमले के ख‍िलाफ विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ता 25 अप्रैल को राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन करेंगे.

बुधवार को न्यूज एजेंसी से बातचीत के दौरान विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में जो आतंकी हमला हुआ है, यह मानवता के लिए कलंक है. इस्लामिक जिहादियों ने पर्यटकों से उनका धर्म पूछा और जब यह सुनिश्चित हो गया कि वे मुस्लिम नहीं हैं, तो चुन चुन कर मौत के घाट उतार दिया.

विनोद बंसल ने कहा कि जो लोग यह कहते हैं कि आतंकवाद को कोई धर्म नहीं होता है, उनके लिए यह घटना आईना है. आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता, लेकिन, आतंकवादी का एक मकसद होता है, जिसके लिए वह जान देने के लिए और जान लेने के लिए तैयार रहते हैं. इस बात को संपूर्ण विश्व को समझना होगा. हाल ही में पाक सेना प्रमुख ने कहा था कि उनके पास एकमात्र कश्मीर का एजेंडा ही बचा है. इस घटना को लेकर सभी लोगों को एकजुट खड़ा होना होगा.

विनोद बंसल ने कहा कि मुझे भारत सरकार पर पूरा भरोसा है कि वह पापी पाकिस्तान को और उनके जो स्लीपर सेल यहां पर बैठे हैं, जो आस्तीन के सांप हैं. उन्हें कुचलने के लिए रणनीति बनाएंगे. लेकिन, सोचने वाली बात यह है कि पहलगाम आतंकी घटना पर इस्लामिक संस्थाएं चुप हैं. मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि जिस तरह से हिंदुओं को धर्म के आधार पर मारा गया. क्या इस्लाम में यह जायज है. इस्लाम के नाम पर जो आतंकी संगठन चल रहे हैं. उनके बारे में आपकी चुप्पी कब तक रहेगी. वक्फ कानून को लेकर तो प्रदर्शन करते हैं. लेकिन, इस घटना पर चुप्पी साध लेते हैं.

उन्होंने कहा कि विदेश दौरे पर गए पीएम मोदी ने इस पूरे घटना के पल-पल की जानकारी ली. उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से फोन पर बात की. सऊदी अरब के दौरे से वह लौट आए. मुझे यकीन है क‍ि हमारी सरकार आतंकियों को करारा जवाब देगी.

दूसरी ओर विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुई भीषण आतंकी घटना की निंदा की. इस अमानवीय घटना पर संपूर्ण देश स्तब्ध व आक्रोशित है. यह साफ दिखाई दे रहा है कि 1990 के आतंकवाद के दिनों की वापसी का दुस्साहस हो रहा है. डॉ. जैन ने कहा कि कश्मीर घाटी में आतंकवादियों के स्लीपर सेल आज भी मौजूद हैं, जो पाकिस्तान के इशारे पर कभी भी आतंकवाद के इन घृणित घटनाओं को अंजाम देने के लिए तत्पर रहते हैं.

उन्होंने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि आतंकवादी का कोई धर्म नहीं होता, लेकिन उसका मजहब अवश्य होता है. इस आतंकी घटना से यह साफ दिखाई देता है. डॉ. जैन ने कहा कि पूरा देश इस समय गुस्से में है. इस पर त्वरित कार्रवाई होनी चाहिए, अन्यथा यह आक्रोश और बढ़ सकता है.

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