नई दिल्ली, 26 दिसंबर . इस साल भारत में वेंचर कैपिटल (वीसी) फंडिंग में उछाल आया है, जबकि चीन में जनवरी-नवंबर की अवधि में वॉल्यूम और वैल्यू दोनों के हिसाब से वीसी फंडिंग में 22.5 प्रतिशत की गिरावट देखी गई. गुरुवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई.
ग्लोबलडाटा, एक प्रमुख डेटा और एनालिटिक्स कंपनी के अनुसार, जनवरी-नवंबर 2024 के दौरान चीन में कुल 2,313 वीसी फंडिंग डील की घोषणा की गई, जबकि इन डील की कुल घोषित फंडिंग वैल्यू 32.3 बिलियन डॉलर थी.
ग्लोबलडाटा के अनुसार, यह वीसी डील वॉल्यूम में सालाना आधार पर 23.1 प्रतिशत की गिरावट को दर्शाता है, जबकि कुल घोषित फंडिंग वैल्यू में 22.5 प्रतिशत की गिरावट आई है.
पिछले साल इसी अवधि में, चीन में कुल 3,006 वीसी डील की घोषणा की गई थी, जबकि इन डील की कुल घोषित फंडिंग वैल्यू 41.7 बिलियन डॉलर थी.
ग्लोबलडाटा के प्रमुख विश्लेषक ऑरोज्योति बोस के अनुसार, चीन में वीसी फंडिंग एक्टिविटी 2024 में भी धीमी बनी हुई है, क्योंकि कंपनियों पर कार्रवाई, व्यापक आर्थिक चुनौतियों और अनिश्चित बाजार स्थितियों के कारण निवेशकों की भावनाओं पर असर पड़ा है.
बोप्से ने कहा, “हालांकि, गिरावट के बावजूद, चीन, वीसी फंडिंग एक्टिविटी के लिए टॉप एपीएसी बाजार होने के अलावा, एक प्रमुख वैश्विक बाजार भी बना हुआ है, जो डील वॉल्यूम और मूल्य दोनों के मामले में अमेरिका के ठीक बाद है.”
जनवरी-नवंबर 2024 के दौरान वैश्विक स्तर पर घोषित कुल वीसी सौदों में चीन की हिस्सेदारी 15.2 प्रतिशत थी, जबकि संबंधित फंडिंग मूल्य के मामले में इसकी हिस्सेदारी 13.6 प्रतिशत थी.
वीसी फंडिंग सौदों में चांगक्सिन टेक्नोलॉजी द्वारा जुटाई गई 1.5 बिलियन डॉलर की फंडिंग, एवीएटीआर द्वारा जुटाई गई 1.4 बिलियन डॉलर की फंडिंग, आईएम मोटर्स द्वारा सुरक्षित 1.1 बिलियन डॉलर की फंडिंग और मूनशॉट एआई द्वारा प्राप्त 1 बिलियन डॉलर की फंडिंग शामिल है.
इस बीच, भारत में वीसी निवेश इस साल अप्रैल-जून अवधि में बढ़कर 4 बिलियन डॉलर हो गया, जो कि इससे पिछली तिमाही में 2.9 बिलियन डॉलर था.
दूसरी ओर, चीन में इसी अवधि में वीसी निवेश में भारी गिरावट देखी गई, जो 13.5 बिलियन डॉलर से घटकर 6.9 बिलियन डॉलर रह गया.
केपीएमजी की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत में वीसी निवेश में तेजी जारी रहने की उम्मीद है, जो देश की स्थिर सरकार और सकारात्मक आर्थिक माहौल से प्रेरित है.
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एसकेटी/केआर