गैस की बर्बादी नहीं होने देगा उज्बेकिस्तान, बनाई योजना

ताशकंद, 17 नवंबर . उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शावकत मिर्जियोयेव ने कहा कि उनका देश स्थिर आपूर्ति सुनिश्चित करने और घाटे को कम करने के लिए उद्योगों में गैस अकाउंटिंग और नियंत्रण को सख्ती से जारी रखेगा.

सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति की प्रेस सर्विस के मुताबिक, ऊर्जा आपूर्ति पर एक महत्वपूर्ण बैठक हुई. इस बैठक में मिर्जियोयेव ने गैस सेक्टर में लागत को कम और अनुकूलित करने, सुधार सुनिश्चित करने और अग्रणी विदेशी कंपनियों संग रिसर्च प्रयासों को विस्तार देने पर बल दिया.

राष्ट्रपति की प्रेस सर्विस में आगे कहा गया कि ‘उद्योगों के आधुनिकीकरण’ और बेहतर ऊर्जा दक्षता के कारण गैस की हानि कम हुई है, लेकिन अभी भी बहुत काम बाकी है.

उज्बेकिस्तान ने इस बार की सर्दी में उपभोक्ताओं को 21 बिलियन क्यूबिक मीटर गैस की आपूर्ति करने की योजना बनाई है. हालांकि अगर तापमान में तेजी से गिरावट आती है तो इसके मांग को और बढ़ाया जा सकता है.

इसमें कहा गया है कि सामाजिक संस्थाओं और उद्योग के लिए “निर्बाध बिजली आपूर्ति” की गारंटी के लिए एक अलग रिजर्व प्रदान किया जाएगा.

ये देश दुनिया के सबसे बड़े प्राकृतिक गैस उत्पादकों में से एक है. रिपोर्ट्स के मुताबिक यहां करीब 60 बिलियन क्यूबिक मीटर (बीसीएम) गैस का उत्पादन किया जाता है. यहां प्राकृतिक गैस का इस्तेमाल बिजली उत्पादन, औद्योगिक प्रक्रियाओं समेत अन्य गतिविधियों में होता है.

एससीएच/केआर