नई दिल्ली, 9 नवंबर . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को देवभूमि उत्तराखंड के रजत जयंती वर्ष पर प्रदेश के लोगों को बधाई दी. उन्होंने विभिन्न सरकारी योजनाओं का जिक्र कर कहा कि प्रदेश के हालात पहले से बेहतर हुए हैं और आम लोगों का जीवन आसान हुआ है.
प्रधानमंत्री ने वीडियो संदेश में कहा है कि ये दशक उत्तराखंड का दशक होगा. पिछले डेढ़ दो वर्षों में उत्तराखंड की राज्य विकास दर में सवा गुना से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है. इस साल जीएसटी कलेक्शन में 14 प्रतिशत का उछाल आया है. साल 2014 में प्रति व्यक्ति आय करीब सवा लाख रुपये सालाना थी. जो आज बढ़कर 2 लाख 60 हजार रुपये हो चुकी है.
2014 में उत्तराखंड राज्य का सकल घरेलू उत्पाद(जीडीपी) 1 लाख 50 हजार करोड़ के आसपास था. अब यह बढ़कर करीब 3 लाख 50 हजार करोड़ रुपये हो गया है. यह आंकड़े बताते हैं कि उत्तराखंड में युवाओं को रोजगार के नए अवसर दिए गए हैं. सरकार के प्रयास से उत्तराखंड के लोगों का जीवन आसान हुआ है. खासतौर पर हमारी माताएं, बहनों के जीवन में सुधार आया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि उत्तराखंड में 2014 से पहले 5 प्रतिशत से कम घरों में नल से जल आता था. आज यह बढ़कर करीब 96 फीसदी हो चुका है. 2014 से पहले उत्तराखंड में 6 हजार किलोमीटर पीएम ग्राम सड़क बनी थी. आज पीएम ग्राम सड़क की लंबाई 20 हजार किलोमीटर से ज्यादा हो गई है.
वहीं, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया. पोस्ट में उन्होंने लिखा, समस्त प्रदेशवासियों को ‘देवभूमि रजत उत्सव’ के रूप में मनाए जा रहे उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं. इन 24 वर्षों में प्रदेश ने प्रगति के नए आयाम स्थापित करते हुए विशेष पहचान बनाई है. हमारी डबल इंजन सरकार के प्रयासों और आप सभी प्रदेशवासियों के सहयोग का ही परिणाम है कि आज उत्तराखंड हर क्षेत्र में अग्रणी बन रहा है. विशेषकर, राज्य के युवाओं और महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में कई ठोस कदम उठाए गए हैं.
हम “संकल्प से सिद्धि, प्रगति संग समृद्धि” के मूलमंत्र को आत्मसात करते हुए सशक्त, सुरक्षित और समृद्ध उत्तराखंड के निर्माण की दिशा में निरंतर कार्य कर रहे हैं. आइए, स्थापना दिवस के अवसर पर हम सभी मिलकर प्रदेश के विकास में अपना योगदान देने का संकल्प लें और उन्नत, सशक्त एवं आत्मनिर्भर राज्य बनाने की दिशा में आगे बढ़ें.
–
डीकेएम/केआर