उत्तराखंड : दिनेश अग्रवाल ने कांग्रेस पार्टी पर बोला हमला, कहा – पांच वोट दिलाने, पंचायत चुनाव जीतने की क्षमता नहीं

उत्तराखंड, 11 अप्रैल . उत्तराखंड में कांग्रेस पार्टी के नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री दिनेश अग्रवाल ने इस्तीफा देने के बाद पार्टी पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास संगठन नाम की कोई चीज नहीं है.

दिनेश अग्रवाल ने से खास बातचीत में कहा कि यहां तो केवल बयानबाजी करने वाले नेताओं की भीड़ है जो केवल टीवी या सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी बातों को कहकर पब्लिसिटी बटोरना चाहते हैं. अगर आप उनसे कहिए कि वो अपने क्षेत्र में पांच वोट दिलाने की क्षमता रखते हैं, तो उनमें वो भी क्षमता नहीं है.

उन्होंने कहा कि बहुत सारे ऐसे नेता हैं जो बड़े नेता होने का दावा करते हैं, लेकिन वो पंचायत का चुनाव नहीं जीत सकते. अगर फर्जी तरीके से पार्टी के अंदर काम होगा तो ऐसे संगठन का काम आगे बढ़ने वाला नहीं है. आपको जमीनी स्तर पर जुटना होगा और मौजूदा सियासी हालात का जायजा लेते हुए संगठन को मजबूत करना होगा.

भाजपा ज्वाइन करने के सवाल पर से खास बातचीत में उन्होंने कहा, “मैं समझता हूं कि कांग्रेस में संगठन नाम की कोई चीज रह ही नहीं गई है. भाजपा ने संगठन के मामले में जमीनी स्तर पर खुद को मजबूत किया है. उनका संगठन जमीनी स्तर पर बहुत मजबूत है. भाजपा के मुकाबले कांग्रेस के पास संगठन नाम की कोई चीज नहीं है.”

बड़े पैमाने पर कांग्रेस नेताओं के पार्टी छोड़ने के सवाल पर दिनेश अग्रवाल ने कहा कि आपको किसी को छोटा करने के लिए बड़ी लकीर खींचनी होगी. जब तक आप बड़ी लकीर खींचने की स्थिति में नहीं हैं, तो लोग अपनाएंगे नहीं. कांग्रेस पार्टी में नेतृत्व शून्यता आ गई है. इस पार्टी में कोई नेतृत्व नहीं है. कांग्रेस पार्टी से लोग क्यों जा रहे हैं, क्योंकि वो महसूस कर रहे हैं कि जगह-जगह पर ऐसे-ऐसे लोगों को जिम्मेदारियां दे दी गई हैं, जो इस लाइक ही नहीं है. जिन लोगों ने वर्षों तक तपस्या करके कांग्रेस को खड़ा किया, आज उनकी अवहेलना हो रही है, वो अपने आप को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं. ऐसे में उन्होंने तय किया कि जहां उन्हें उचित सम्मान मिलेगा, वहां पर चलना चाहिए और लोग जा भी रहे हैं.

कांग्रेस की तरफ से स्टार प्रचारक बनाए जाने के बाद पार्टी छोड़ने के सवाल पर उन्‍होंने कहा, “स्टार प्रचारक बनाना, कोई बड़ी बात नहीं है. मैंने कांग्रेस पार्टी को अपने जीवन के 55 वर्ष दिए हैं. मैंने दो साल से बहुत चिंतन-मनन किया और देखा कि पार्टी की क्या दिशा और दशा है? पार्टी कहां जा रही और पार्टी क्या कर रही है? हमारे प्रदेश स्तर पर क्या हो रहा है, राष्ट्रीय स्तर पर क्या हो रहा है? मुझे लगा कि पार्टी में जो बड़े लोग हैं, उनकी अवहेलना अब शुरू हो गई है. उनकी कोई उपयोगिता अब पार्टी में रह नहीं गई है. दूसरा बड़ा कारण पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत का मान विश्‍व पटल पर शिखर पर पहुंचा है.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी से आखिरी बार मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि राहुल गांधी तो अप्लाइटमेंट ही नहीं देते हैं, तो मिलने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता. राहुल गांधी के पीएम बनने के सवाल पर दिनेश अग्रवाल ने कहा, “ख्वाब देखने से तो कोई मना नहीं कर सकता. आप ख्वाब देखिए. मेरी शुभकामनाएं हैं, लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि मोदी जी प्रचंड बहुमत के साथ तीसरी बार इस देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं.”

कांग्रेस पार्टी के अंदर राहुल और प्रियंका के दो गुट बनने के सवाल पर उन्‍होंने कहा, “इतने बड़े स्तर पर तो मैं नहीं गया हूं कि देखूं कि कोई किसका गुट है और हमेशा से ही किसी के गुट में शामिल नहीं था. आज मैं भाजपा का सदस्य हूं और मैं सिर्फ भाजपा के हित की बात सोचने वाला व्यक्ति हूं.”

– /

एकेएस/एसजीके