उत्तराखंड : सीएम धामी ने ‘हिमालय दिवस’ की दी शुभकामनाएं, आपदा के वक्त केंद्र से मिली मदद का जताया आभार 

देहरादून, 9 सितंबर . हिमालय दिवस के अवसर पर Chief Minister पुष्कर सिंह धामी राजधानी देहरादून में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने उत्तराखंड में आपदा के वक्त केंद्र सरकार की मदद की सराहना की. उन्होंने प्रदेश की जनता की ओर से Prime Minister Narendra Modi और गृहमंत्री अमित शाह का धन्यवाद दिया.

सीएम धामी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “जब भी उत्तराखंड पर कोई प्राकृतिक संकट आया है, केंद्र सरकार ने हमेशा आगे बढ़कर सहायता की है और राज्य का मनोबल बढ़ाया है. आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के लिए Prime Minister Narendra Modi आने वाले हैं. Prime Minister का यह दौरा राज्यवासियों के लिए हौसला बढ़ाने वाला होगा.”

Chief Minister ने भरोसा जताया कि जैसे पहले जोशीमठ और अन्य आपदाओं में केंद्र सरकार ने सहयोग दिया था, वैसे ही इस बार भी राज्य को पूरा सहयोग मिलेगा. फिलहाल केंद्र की एक टीम उत्तराखंड पहुंच चुकी है और आपदा प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण व नुकसान का आकलन कर रही है. Chief Minister ने कहा कि इस रिपोर्ट के आधार पर राज्य को आवश्यक मदद जरूर मिलेगी.

चारधाम यात्रा को लेकर सीएम धामी ने कहा, “State government चारधाम यात्रा मार्गों को दुरुस्त करने के लिए लगातार काम कर रही है. गंगोत्री का मार्ग तो खोल दिया गया है, लेकिन मानसून के चलते कई स्थानों पर बीच-बीच में संपर्क कट रहा है. यमुनोत्री मार्ग पर खरशाली क्षेत्र में काफी नुकसान हुआ है. वर्तमान में उस मार्ग को ठीक करने का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है.”

सीएम धामी ने भरोसा जताया कि अगले 10–12 दिनों में इस मार्ग को पूरी तरह दुरुस्त कर लिया जाएगा. उसके बाद यात्रा को सामान्य रूप से संचालित किया जाएगा.

उन्होंने बताया कि बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम के मार्गों पर यात्रा सुचारू रूप से चल रही है. यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा State government की सर्वोच्च प्राथमिकता है. सीएम धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि चारधाम यात्रा में किसी भी बाधा को तुरंत दूर किया जाए. उन्होंने विश्वास जताया कि सरकार के प्रयासों से श्रद्धालु सुरक्षित और निर्बाध रूप से अपनी यात्रा पूरी कर पाएंगे.

इसके अलावा सीएम धामी ने प्रदेशवासियों को हिमालय दिवस की शुभकामनाएं दी. Chief Minister ने पर्यावरण में हो रहे बदलावों, ग्लोबल वार्मिंग के साथ ही जल, जंगल, जमीन से जुड़े विषयों पर समेकित चिंतन की जरूरत बताते हुए कहा, “सामाजिक चेतना तथा सामूहिक प्रयासों से ही हम इस समस्या के समाधान में सहयोगी बन सकते हैं. हिमालयी क्षेत्रों में सामाजिक विकास की आवश्यकता के दृष्टिगत हमें इकॉलोजी एवं इकोनॉमी में समन्वय के साथ कार्य करना होगा. भावी पीढ़ियों के लिये हिमालय की सुंदरता तथा जैव विविधता को संरक्षित रखना हम सबका दायित्व है.”

उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण उत्तराखण्ड वासियों के स्वभाव में है. हरेला जैसे पर्व प्रकृति से जुड़ने की हमारे पूर्वजों की दूरगामी सोच का परिणाम हैं.

सीएम धामी ने social media प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा, “समस्त प्रदेशवासियों को हिमालय दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं. हिमालय केवल पर्वत श्रृंखला नहीं, बल्कि भारत की संस्कृति, आस्था और जीवन का आधार है. यहां से निकलने वाली प्राणदायिनी नदियां, वन्य जीव, वृक्ष-वनस्पतियां और दुर्लभ जड़ी-बूटियां हमारे जीवन तथा संपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र के लिए अमूल्य धरोहर हैं. आइए, इस पावन दिवस पर हम सभी मिलकर हिमालय के संरक्षण का संकल्प लें.”

एससीएच/जीकेटी