ग्रेटर नोएडा, 23 जुलाई . नोएडा पुलिस, आईटी सेल और एसटीएफ की टीम ने एक संयुक्त ऑपरेशन करते हुए पश्चिम बंगाल से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जो विदेश में बैठकर व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर लोगों को बड़ी-बड़ी कंपनियों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर, उनसे लाखों रुपए की ठगी किया करता था.
इस गैंग में शामिल एक चीनी नागरिक, एक नेपाली नागरिक, एक थाईलैंड नागरिक और एक भारतीय नागरिक पहले ही जेल जा चुके हैं. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक थाना बिसरख पुलिस, आईटी सेल सेंट्रल नोएडा और एसटीएफ नोएडा ने विदेश में बैठकर व्हाट्सएप के माध्यम से, भारत के लोगों से ठगी करने वाले गैंग के एक सदस्य को गिरफ्तार करते हुए उसके कब्जे से तीन मोबाइल फोन व एक लैपटॉप बरामद किया है.
आरोपी अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर विदेशों (कम्बोडिया, हांगकांग) में बैठकर भारतीय सिम पर व्हाट्सएप अकाउंट तैयार कर, भारतीय नागरिकों से साइबर धोखाधड़ी कर पैसों की ठगी करता था. इसके अलावा भारतीय लोगों को कम्प्यूटर ऑपरेटर की नौकरी का झांसा देकर विदेश भी बुलाया जाता था. लोगों के वहां पहुंच जाने पर उन्हें बहुचर्चित भारतीय कंपनियों में काम दिलवाने के नाम पर भी ठगी की जाती थी.
पैसे देने में आनाकानी करने पर ये गैंग लोगों को झूठे आरोप में विदेशी पुलिस द्वारा गिरफ्तार करा देते थे. इस मामले में नोएडा पुलिस एक चीनी, एक नेपाली, एक थाईलैंड से और एक भारतीय नागरिक को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. पुलिस ने बताया है कि 19 जुलाई को बिसरख पुलिस द्वारा इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की सहायता से अभियुक्त राहुल सिन्हा को कोलकाता, पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया गया है. अभियुक्त के कब्जे से घटना में इस्तेमाल तीन मोबाइल फोन व एक लैपटॉप बरामद किया गया है. अभियुक्त को न्यायालय से नियमानुसार ट्रांजिट रिमांड लेकर पुलिस थाना बिसरख पर लाई है.
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पीकेटी/एएस