भोपाल, 5 फरवरी . मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बुधवार को सरकारी विद्यालयों में हायर सेकेंडरी परीक्षा में सर्वाधिक अंक हासिल करने वाले 7,900 विद्यार्थियों को स्कूटी प्रदान की. उन्होंने छात्रों को आम नौकरियों के अलावा औद्योगिक क्षेत्र में जाने के लिए भी प्रोत्साहित किया.
राजधानी भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में शासकीय स्कूलों के प्रतिभाशाली 7,900 बच्चों को निःशुल्क ई-स्कूटी प्रदान करते हुए मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि छात्र अपनी प्रतिभा का उपयोग देश का मान बढ़ाने के लिए करें. योग्यता के साथ नैतिकता पर भी छात्रों को ध्यान देना होगा.
मुख्यमंत्री ने स्कूटी प्राप्त करने वाले कई छात्रों संवाद भी किया. उन्होने बताया कि जिन छात्रों से बात हुई वे भारतीय प्रशासनिक अधिकारी, वैज्ञानिक और अन्य अधिकारी बनना चाहते हैं. लेकिन किसी भी छात्र ने नेता बनने की इच्छा नहीं जताई. इसके अलावा किसी छात्र ने शिक्षक, उद्योगपति, अच्छा किसान बनने की भी इच्छा नहीं व्यक्त की.
मुख्यमंत्री यादव ने जापान की कंपनी पैनासोनिक का उदाहरण देते हुए कहा कि यह कंपनी एक गरीब परिवार ने शुरू की थी. वह आज दुनिया की बड़ी कंपनियों में से एक है और कई करोड़ लोग उसमें काम करते हैं. इसलिए औद्योगिक क्षेत्र में जाकर छात्रों को अपनी प्रतिभा का उपयोग करना चाहिए.
राज्य के स्कूली शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने भी छात्रों के बेहतर भविष्य की कामना की. प्रदेश में संचालित शासकीय हायर सेकेंडरी विद्यालयों में सर्वोच्च अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान पाने वाले विद्यार्थी को निःशुल्क ई-स्कूटी प्रदान करने की योजना स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा संचालित की जा रही है.
योजना के तहत मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मण्डल की कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा में सरकारी विद्यालय में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को स्कूटी प्रदान की जाती है. शैक्षणिक सत्र 2023-24 में सरकारी विद्यालय के किसी भी संकाय में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले करीब 7,900 विद्यार्थियों को निःशुल्क ई-स्कूटी वितरित की गई.
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एसएनपी/एकेजे