सना, 17 अक्टूबर अमेरिका-ब्रिटेन गठबंधन के लड़ाकू विमानों ने गुरुवार तड़के यमन की राजधानी सना और उत्तरी शहर सादा पर 15 हवाई हमले किए. स्थानीय मीडिया ने इसकी जानकारी दी.
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने हूतियों द्वारा संचालित अल-मसीरा टीवी के हवाले से बताया कि हमलों में सना के अल-जिराफ, हाफा और जरबान क्षेत्रों में तीन स्थलों के साथ सादा के कहलान और अल-अबला क्षेत्रों में दो अन्य स्थलों को निशाना बनाया गया.
किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है, क्योंकि हौथी समूह अपने हताहतों की संख्या का खुलासा शायद ही कभी करता है. यह समूह उत्तरी यमन के अधिकांश भाग पर नियंत्रण रखता है.
सना के निवासियों ने शिन्हुआ को बताया कि हमलों में हूती सेना के तीन ठिकाने शामिल थे, जिनमें से एक सना के उत्तरी भाग में अल-जिराफ क्षेत्र में था, जबकि अन्य दो ठिकाने राजधानी के दक्षिणी भाग में हफा और जरबान में थे.
हूती के उप सूचना सचिव नसरुद्दीन आमेर को हूति टेलीविजन ने यह कहते हुए उद्धृत किया कि “संयुक्त राज्य अमेरिका को अपनी आक्रामकता की कीमत चुकानी पड़ेगी.”
इस बीच, यूएस सेंट्रल कमांड ने एक बयान में कहा कि उसने ऑपरेशन में “एयर फोर्स बी-2 स्पिरिट लॉन्ग-रेंज स्टील्थ बॉम्बर्स” का इस्तेमाल किया. यह भूमिगत हूती हथियार भंडारण सुविधाओं को निशाना बना रहा था.
इसमें कहा गया है कि हौथी के भंडारण में अनेक नए प्रौद्योगिकी वाले हथियार शामिल हैं, जिनका उपयोग लाल सागर और अदन की खाड़ी में अंतर्राष्ट्रीय जल में नौकायन करने वाले अमेरिकी और अंतर्राष्ट्रीय सैन्य तथा नागरिक जहाजों को निशाना बनाने में किया जा सकता है.
हूति समूह पिछले नवंबर से इजरायल-हमास युद्ध के बीच गाजा में फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए इजरायली शहरों और “इजरायल से जुड़े” जहाजों के खिलाफ रॉकेट हमले और ड्रोन लॉन्च कर रहा है.
जवाब में, पानी में तैनात यूएस-यूके नौसेना गठबंधन समूह को रोकने के लिए हुतियों पर छिटपुट हमले कर रहा है.
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आरके/