अमेरिकी विदेश मंत्री ने इजरायली पीएम से की बात, बोले – हमारा समर्थन बरकरार

वाशिंगटन, 23 जनवरी . अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बातचीत की. उन्होंने इजरायली प्रधानमंत्री को आश्वस्त किया कि अमेरिका हर स्थिति में उनके साथ खड़ा है.

रुबियो ने नेतन्याहू से बंधक संकट पर भी बात की.

सोमवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन के शुरू होने के बाद रुबियो की इजरायल को की गई पहली कॉल थी.

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके पूर्ववर्ती डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गाजा और लेबनान में युद्ध के दौरान इजरायल का समर्थन किया था.

विदेश विभाग ने एक बयान में कहा कि रुबियो ने यह स्पष्ट किया कि “इजरायल के लिए अमेरिका का मजबूत समर्थन बनाए रखना ट्रंप की सबसे बड़ी प्राथमिकता है.”

विदेश विभाग ने कहा कि रुबियो ने नेतन्याहू से कहा कि वाशिंगटन गाजा में बाकी बंधकों को छुड़ाने के लिए लगातार काम करता रहेगा.

इजरायली और फिलिस्तीन के बीच संघर्ष की शुरुआत 7 अक्टूबर, 2023 को हुई थी. इजरायली अधिकारियों के अनुसार, हमास के आतंकवादियों ने इजरायल पर हमला किया था. इस हमले में 1,200 लोग मारे गए थे और लगभग 250 लोग बंधक बनाए गए थे.

वहीं, गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायल के सैन्य हमलों में 47,000 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए थे. इजरायल पर नरसंहार और युद्ध के आरोप भी लगाए गए थे, लेकिन इजरायल ने इन आरोपों को खारिज कर दिया था. इस हमले से गाजा के लोग बेघर हो गए. इसके साथ भुखमरी जैसे हालात भी पैदा हो गए.

युद्धविराम रविवार को लागू हुआ, जिसके बाद गाजा में कुछ इजरायली बंधकों और इजरायल द्वारा बंदी बनाए गए फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा कर दिया गया.

कुछ संगठनों ने इजरायल के सैन्य हमलों के कारण बढ़ते मानवीय संकट की आलोचना की है.

वाशिंगटन ने अपना समर्थन जारी रखते हुए कहा है कि वह गाजा में हमास, लेबनान में हिजबुल्लाह और यमन में हूती विद्रोहियों जैसे ईरान समर्थित आतंकवादी समूहों के खिलाफ अपने सहयोगी इजरायल की मदद कर रहा है.

मंगलवार को शपथ लेने के बाद रुबियो के कार्यकाल का यह दूसरा दिन था.

विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने एक बयान में कहा, ” सेक्रेटरी ने हमास और हिजबुल्लाह के खिलाफ इजरायल की सफलताओं पर प्रधानमंत्री को बधाई दी और गाजा में बचे हुए सभी बंधकों को छुड़ाने के लिए लगातार कोशिश करते रहने का वचन दिया.”

एक सूत्र ने मीडिया को बताया कि नेतन्याहू ने ट्रंप प्रशासन से दक्षिणी लेबनान में पांच इजरायली सैन्य चौकियों को बनाए रखने की अनुमति देने की भी मांग की है.

रुबियो और नेतन्याहू ने “ईरान से उत्पन्न खतरों का सामना करने और शांति के अवसरों को बढ़ावा देने” पर चर्चा की.

एसएचके/केआर