अमेरिकी जीडीपी डाटा, मानसून और बजट होंगे बाजार के लिए अहम

मुंबई, 23 जून . भारतीय शेयर बाजारों के लिए पिछला सप्ताह कंसोलिडेशन वाला रहा. सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में करीब 0.2 प्रतिशत की मामूली बढ़त रही. यह लगातार तीसरा सप्ताह था, जब बाजार में साप्ताहिक रिटर्न सकारात्मक रहा है.

इस सप्ताह निवेशकों की नजर मानसून की प्रगति, जुलाई में आने वाले बजट, विदेशी निवेशकों द्वारा किये जाने वाले निवेश, कच्चे तेल की कीमत और वैश्विक बाजार पर रहेगी.

वहीं, वैश्विक स्तर पर अमेरिका में पहली तिमाही का जीडीपी डाटा और व्यक्तिगत उपभोग व्यय मूल्य सूचकांक के आंकड़े 27 और 28 जून को जारी किये जाएंगे. इनका असर बाजार पर देखने को मिल सकता है.

पिछले सप्ताह सेंसेक्स में 217 अंक यानि 0.28 प्रतिशत और निफ्टी में 35 अंक यानि 0.15 प्रतिशत का इजाफा हुआ. निफ्टी बैंक बाजार का स्टार परफॉर्मर रहा. इसने करीब तीन प्रतिशत का रिटर्न दिया.

स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट में वरिष्ठ टेक्निकल एनालिस्ट प्रवेश गौर का कहना है कि बाजार अगले सप्ताह एक सीमित दायरे में रह सकता है. इसकी वजह बाजार में खरीदारी और बिक्री के लिए किसी मजबूत संकेत का न होना है. हालांकि, बाजार में अंडरकरेंट तेजी का है. अगर कोई भी गिरावट आती है तो वह खरीदारी का मौका होगी. वहीं, अगर कोई बड़ी तेजी आती है तो मुनाफावसूली देखने को मिल सकती है.

मास्टर कैपिटल सर्विसेज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, अरविंद सिंह नंदा ने कहा, “निफ्टी 23,400 अंक से 23,700 अंक की रेंज में रह सकता है. बैंक निफ्टी की टोन बुलिश है, लेकिन 51,500 अंक के ऊपर टिके रहना होगा. अगर 52,200 अंक के ऊपर जाता है तो 53,000 अंक को छू सकता है. सपोर्ट 49,900 अंक से लेकर 50,500 अंक के बीच है. अगर यह रेंज टूटती है तो यह 49,000 अंक तक भी उतर सकता है.”

एबीएस/एकेजे