लॉस एंजेलिस, 17 नवंबर . अमेरिका ने क्लेड I एमपॉक्स के पहले मामले की पुष्टि की है, जो ज्यादा खतरनाक स्ट्रेन है. यह जानकारी अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने दी.
कैलिफ़ोर्निया में जिस व्यक्ति में यह बीमारी पाई गई, वह हाल ही में पूर्वी अफ्रीका से लौटा था. लौटने के बाद उसे स्थानीय अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया और फिर उसे छुट्टी दे दी गई.
हेल्थ एजेंसी ने बताया कि क्लेड I एमपॉक्स से आम अमेरिकी जनता को फिलहाल कम खतरा है. यह मामला पूर्वी और मध्य अफ्रीका में जारी मंकीपॉक्स के प्रकोप से जुड़ा है.
इलाज के बाद वह व्यक्ति अब अपने घर पर आइसोलेट है और उसे एमपॉक्स के लिए कोई खास इलाज नहीं दिया जा रहा है. उसकी हालत में सुधार हो रहा है.
क्लेड II एमपॉक्स, जो 2022 में वैश्विक प्रकोप का कारण बना था, अब भी अमेरिका में मौजूद है.
हेल्थ एजेंसी ने लोगों को सलाह दी है कि एमपॉक्स के लक्षण वाले लोगों या उनकी इस्तेमाल की गई चीजों से दूर रहें और टीका लगवाएं.
बता दें कि एमपॉक्स महामारी का केंद्र बन चुके कांगो में टीकाकरण का एक नया दौर शुरू हो रहा है. कांगो ने लगभग 51,000 लोगों को टीके लगाए हैं. इस साल की शुरुआत से एमपॉक्स से देश में 1,100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, मध्य अफ्रीकी देश में देरी से निदान और कई स्वास्थ्य क्षेत्रों में उपचार की सीमित पहुंच के कारण मृत्यु दर अधिक है. एमपॉक्स को मंकीपॉक्स के नाम से भी जाना जाता है.
एमपॉक्स से संक्रमित लोगों में अक्सर शरीर पर दाने निकलते हैं, जो हाथ, पैर, छाती, चेहरा, मुंह और जननांगों (जैसे लिंग, अंडकोष, योनि और गुदा) के पास हो सकते हैं. इस बीमारी का असर दिखने में आमतौर पर 3 से 17 दिन का समय लगता है.
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